बजट में किसान, गरीब, वंचित वर्ग एवं कर्मचारियों का मोदी सरकार ने रखा ध्यान
देश के किसान, गरीब एवं वंचित वर्ग के लिए खुशहाली व समृद्धि

गाजीपुर।मोदी सरकार द्वारा अपने तीसरे कार्यकाल का प्रस्तुत पहला बजट विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने वाला व सरकारी कर्मचारी, देश के किसान, गरीब एवं वंचित वर्ग के लिए खुशहाली व समृद्धि का नए अवसर लेकर आया है। मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत से प्रेरित बजट में एक तरफ किसानों के लिए आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया गया है, तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मंत्री धन-धान्य कृषि योजना शुरू की गई है। इससे 100 कृषि जिलों का विकास एवं 1.7 करोड़ किसानों का विकास होगा। किसानों को सस्ते और कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए क्रेडिट कार्ड सुविधाओं का विस्तार किया जाना उत्साह जनक है। इसके अतिरिक्त बिहार में मखाना उत्पादन के लिए एक विशेष बोर्ड का गठन किये जाना आदि किसानों के हित में लिए गए अहम फैसलों से हमारे अन्नदाता आर्थिक तौर पर सशक्त एवं समृद्ध बन सकेंगे।इस बजट में सरकारी सेवकों एवं मध्यम वर्ग के आयकर में सुधार, गरीबों के लिए आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग, कृषि एवं ग्रामीण विकास, शहरी विकास एवं आधारभूत संरचना, जल जीवन मिशन, वित्तीय अनुशासन, लखपति दीदी के लक्ष्य को बढ़ाने एवं मध्यम वर्ग के लिए सौर ऊर्जा की व्यवस्था सहित बजट में किसान गरीब एवं वंचित वर्ग का विशेष ध्यान रखने के लिए मैं मोदी सरकार का आभार व्यक्त करता हूँ।यह बजट भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है। इसमें सभी वर्गों के समग्र विकास का ध्यान रखा गया है, जिससे आर्थिक प्रगति के साथ सामाजिक न्याय भी सुनिश्चित होगा।प्रोफेसर (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय प्राचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर