ग़ाज़ीपुर

“ज्ञान के भगवान बने लक्ष्मण गुप्त”महाविद्यालय सहित क्षेत्र में खुशी की लहर

लक्ष्मण गुप्त ने बाल श्रम भारत के सन्दर्भ एक विधि विश्लेषण" पर अपना शोध प्रबंध किया पूरा,

गाजीपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के 28 वें दीक्षांत समारोह में शनिवार महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं कुलपति प्रो.बंदना सिंह द्वारा विधि संकाय में “बाल श्रम भारत के संदर्भ में एक विधिक विश्लेषण” नामक शीर्षक पर अपना शोध कार्य पूरा करने के लिए संत लखनदास विधि महाविद्यालय मरदह में विधि संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत लक्ष्मण गुप्त को ” पीएचडी की उपाधि प्रदान की।लक्ष्मण गुप्त ने बाल श्रम भारत के सन्दर्भ एक विधि विश्लेषण” पर अपना शोध प्रबंध किया पूरा,जिससे क्षेत्र में खुशी की लहर।इस संबंध में वरिष्ठ शिक्षाविद् जितेन्द्र नाथ पांडेय ने कहा कि लक्ष्मण के शोध प्रबंध से बाल श्रम पर एक नवीन तथ्य आयेगा सामने,लोगों को काफी मिलेगी मदद।मालूम हो इनका पारिवारिक वातावरण उच्च शिक्षित व मानिंद परिवारो में गिना जाता हैं।इनके बड़े भाई डॉ सुनील कुमार गुप्त एक कुशल चिकित्सक के रूप में सेवा दे रहे हैं।तो दूसरे भाई डॉ.अरुण कुमार गुप्त शांहजहापुर में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत है।लक्ष्मण जी गुप्त का प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा गांव से प्रारम्भ हुई उच्च शिक्षा के लिए शिब्ली नेशनल पी जी कालेज से एल एल बी की शिक्षा ग्रहण कर एल एल एम राजा तालाब से ग्रहण करने के उपरान्त समाज कार्य में स्नातकोत्तर करने के साथ ही विधि से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर अध्ययन अध्यापन कार्य में लगे हुए थे।इन्होंने अपना शोध कार्य शिब्ली नेशनल पी जी कालेज से डॉ. इश्तेयाक अहमद के दिशा निर्देश में अपना शोध प्रबंध कार्य पूर्ण किया।इनके इस मौलिक शोध कार्य से रीसर्च स्कलारो व विधि कार्य में लगे हुए लोगों के लिए एक मिल का पत्थर साबित होगा।लक्ष्मण गुप्त के सफलता पर‌ संस्थान के प्रबंधक जितेन्द्र नाथ पांडेय,उप प्रबंधक प्रदीप कुमार पाण्डेय,लिपिक लौवटू राम,प्रभाकर पाण्डेय,मुन्ना मिश्रा, प्रवीण पाण्डेय,अजय सिंह,डॉ आनंद प्रकाश द्विवेदी, पूर्णिमा पाण्डेय,सोनी विश्वकर्मा,अशोक मिश्रा आदि ने प्रसन्नता व्यक्त किया।आपको बता दें कि विद्यवरिधि नाम का अर्थ ज्ञान का भगवान होता है। ज्ञान के भगवान होना बहुत अच्छा माना जाता है और इसकी झलक विद्यवरिधि नाम के लोगों में भी दिखती है।

रिपोर्ट। राहुल सिहं वरिष्ठ पत्रकार गाजीपुर

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