ग़ाज़ीपुर
स्टेट लेबल के कुश्ती खिलाड़ी पर जानलेवा हमला,22 दिन बाद भी पीड़ित का सुनवाई नहीं
लाठी-डंडे से लैस दर्जन भर हमलावरों ने दिया था घटना को अंजाम

थाने में पहुंचे पीड़ित की नहीं हुई सुनवाई,दर-दर भटकने को हुआ मजबूर
17 अगस्त से 7 सितम्बर तक 22 दिन बाद भी पहलवान काशी यादव का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
गाजीपुर।बीते दिनों मेघबरन-स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने जहां खिलाड़ियों को सम्मानित किया वही दूसरी-ओर उसी दिन करंडा थाना क्षेत्र के गजाधरपुर गांव निवासी एक स्टेट लेबल के कुश्ती के खिलाड़ी पर गांव के ही दबंग लोगों ने-जानलेवा हमला किया।दबंगों ने युवा-पहलवान को लाठी-डंडे से मारपीट कर – लहूलुहान कर दिया।खून से लथपथ पीड़ित जब थाने पहुंचा तो वहां भी उसकी कोई – सुनवाई नहीं हुई। खानापूर्ति के लिए एसओ ने – एक सिपाही के माध्यम से पीड़ित पहलवान को मेडिकल परीक्षण के लिए नजदीक के
सरकारी अस्पताल भेज दिया जहां थोड़ी बहुत कागजी कार्रवाई के बाद पहलवान के अंगूठे का निशान लेकर पुलिस ने वापस उसे घर भेज दिया।पीड़ित पहलवान न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है।करंडा थाना क्षेत्र के गजाधरपुर गांव निवासी स्टेट लेबल के कुश्ती के खिलाड़ी बलजीत यादव उर्फ काशी पहलवान पुत्र मुरली यादव के अनुसार गांव में 17 अगस्त को दो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई-झगड़ा हुआ।इस दौरान शाम करीब छह बजे दर्जन भर की संख्या में लाठी-डंडे से लैस होकर लोग मेरे घर पर चढ़ाई कर दिये।जबकि गांव में हुए झगड़े से मेरा कुछ लेना-देना नहीं था।फिर भी उन लोगों ने लाठी से मेरे सिर पर प्रहार कर मुझे लहूलुहान कर दिया।बीच बचाव करने गई उसकी माता चिंता देवी पर भी हमला किया गया।
पीड़ित के अनुसार लहूलुहान हालत में जब वह थाने में पहुंचा तो पुलिस ने भी उसे नजर-अंदाज किया।थाने में मारपीट करने वाले लोग भी मौजूद थे।वहां जाने के बाद मुझे पता चला कि विवाद दो पक्षों के बीच था,लेकिन एक पक्ष के लोगों ने अकारण ही मुझ पर जानलेवा हमला किया।जब मैने यह बात एसओ महोदय से कही तो वह भी टालमटोल करने लगे।फिर बाद में मुझे एक सिपाही के साथ मेडिकल परीक्षण कराने के लिए असरकारी अस्पताल भेज दिये।जहां कुछ कागजों को भरा गया और सिपाही ने मेरे अंगूठे का निशान लेकर मुझे वहां से वापस भेज दिया।मेरा इलाज भी नहीं कराया गया।लाठी-डंडे के वार से लहूलुहान हुए काशी पहलवान का कहना है कि जिल लोगों ने मुझ पर हमला किया है उनसे मेरी कभी भी कोई अदावत नहीं रही है।मैं बारहों महीने कुश्ती लड़ता हूं और उसकी कमाई से अपना और अपने परिवार का खर्च चलता हूं।ऐसे में मेरा किसी से कोई झगड़ा भी नहीं है।उसने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि उस अब अपने जानमाल का खतरा सता रहा है।