योगी सरकार व डिप्टी सीएम/स्वास्थ्य मंत्री का हनक बेअसर-बेलगाम डाक्टर
8 बजे के बजाय 11 बजे बैठते हैं ओपीडी में और मरीज देख दो बजे चलें जाते हैं
गाजीपुर।सरकारी अस्पताल में बदइंतजामी,कर्मचारियों की मनमर्जी और गैरहाजिरी की पोल उस वक्त खुल गई जब
डिप्टी सीएमओ मनीष मिश्रा ने शुक्रवार की दोपहर 12 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरदह पर सीएमओ के निर्देश पर
औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान अधीक्षक एवम चिकित्सक से लेकर अधिकांश स्वास्थ कर्मी अनुपस्थित पाए गए।जिसकी उन्होंने इसकी रिपोर्ट सीएमओ को भेज दिया।इस कार्रवाई से स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया।
निरीक्षण के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज एवं चिकित्सा हेतु आने वाले व्यक्तियों के पंजीकरण का कार्य तो आरंभ था।अस्पताल में सैकड़ों मरीज पहुंच चुके थे।निरीक्षण के दौरान नियमित चिकित्सकों में कई अनुपस्थित पाए गए।विभागीय जानकारी के अनुसार मरीजों को देखने के लिए ओपीडी सुबह आठ बजे शुरू हो जानी चाहिए परन्तु सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरदह पर 11 बजे के बाद ही प्रायः डाक्टर साहब लोग पहुंचते हैं।शुक्रवार को अस्पताल पहुंचे सैकड़ों मरीजों और तीमारदारों का धैर्य का बांध तब टूटा की 11 बजे तक कोई चिकित्सक नहीं अपने चेंबर में मिला तो उमस भरी गर्मी में खड़े- खड़े बिना पानी के बिलबिलाते हुए इसकी जानकारी सीधे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देशदीपक पाल से फोन द्वारा कर दी जिसके बाद उन्होंने ने तुरंत डिप्टी सीएमओ डॉ मनीष मिश्रा को मरदह के लिए रवाना किया।लगभग 12 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरदह पहुंचे डिप्टी सीएमओ डॉ मनीष मिश्रा ने सभी कमियों का निरीक्षण कर रिपोर्ट उच्चधिकारियों को दी।इस मौके पर सैकड़ों मरीजों ने डिप्टी सीएमओ से शिकायत दर्ज कराई जिस पर उन्होंने ने दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।मौके पर पहुंचे भाजपा जिला मंत्री राकेश यादव से भी मरीजों ने दुर्व्यवस्था को लेकर शिकायत किया तो उन्होंने ने प्रभारी चिकित्साधिकारी,मुख्य चिकित्साधिकारी से वार्तालाप कर सुधार करने की चेतावनी देते हुए दो दिन का अल्टिमेटम दें डाला कहां कि अगर सुधार नहीं हुआ तो सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय पर इसकी जानकारी दी जाएगी।मरीजों की जुबानी सुने डाक्टर साहब व स्वास्थ्य सुविधाओं की कहानी आशुतोष यादव मरदह, श्याम देवी सराय मुबारक, संतोष राजभर, सुनील कुमार,दुधनाथ यादव,अरविन्द कुमार बगही,रूपधारी उच्चौर,गोपाल पीपनार गांव से दवा लेने पहुंचे थे पर 11 बजे तक कोई डाक्टर नहीं पहुंचने से इन लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।तब खुल गई पोल मचा हड़कंप तो भागें-भागें एक महिला 11.10 बजे तो एक पुरुष चिकित्सक 11.45 दूसरे पुरुष चिकित्सक 12.45 बजे पहुंचे और किसी तरह दो बजते-बजते मरीजों को देख कर चलता बने।इन सभी बातों से यह प्रतीत हो रहा है कि इस सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर योगी सरकार व डिप्टी सीएम स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक का हनक बेअसर साबित हो रहा है तभी तो -बेलगाम हुए चिकित्सकों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा। वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अफसर व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि की भी उदासीनता उजागर हो रही है।