भीम आर्मी चीफ पर हुए हमले से गाजीपुर में उबाल
बेबस-पुलिस के सामने लगे योगी-मोदी मुर्दाबाद के जमकर नारे

गाजीपुर।भीम आर्मी चीफ व आज़ाद समाज पार्टी के जिला संयोजक एडवोकेट मनोज कुमार गौतम के नेतृत्व में सोमवार को जूलूस निकालकर कर महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम संबोधित पांच सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन जिलाधिकारी आर्यका अखौरी को सौंपा गया।मनोज कुमार गौतम ने बताया कि भीम आर्मी चीफ व आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना सांसद चन्द्रशेखर आज़ाद दिनाक 28.02.2025 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में दलित समाज की बहनों के साथ घटित जघन्य अपराध में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद के थाना सुरीर क्षेत्र में हुए गोलीकांड के घायलों का हाल जानने गाँव भगत नगरिया जा रहे थे रास्ते की उनके काफिले पर व भीम आर्मी कार्यकर्ताओं पर कुछ मनुवादी सोच रखने वाले गुडों द्वारा जानलेवा हमला व पथराव किया गया।घटना को सुनियोजित व बेहद गंभीर तरीके से अंजाम दिया गया जो दर्शाता है कि जातिवादी गुड़ों ने पहले से ही योजना बनाकर इस हमले की तैयारी की गई थी।काफिले पर कायराना हमला बेहद निंदनीय और शर्मनाक है।यह हमला केवल चन्द्रशेखर आजाद पर ही नहीं बल्कि, भारतीय संविधान बाबा साहब के विचारों और सम्पूर्ण बहुजन समाज के स्वाभिमान पर है।उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पर हो रहे निरंतर हमलों को देखते हुए यह स्पष्ट है कि जातिवादी गुडों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है।शासन प्रशासन अगर निष्पक्ष होता तो पूर्व में उनके साथ गोली कांड घटित न होता न कल उन पर पुलिस की मौजूदगी में यह हमला होता।उक्त घटना के लिए स्थानीय पुलिसकर्मी के अधिकारी भी पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं।उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज के खिलाफ हो रहे हमले कोई संयोग नहीं बल्कि एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है।हमारी बारातों को रोका जाता है,मूंछे रखने के नाम पर हमारे बेटों को मारा जाता है।हमारी बेटियों पर अत्याचार होते है.मुस्लिम भाइयों को दाढ़ी टोपी के नाम पर मारा जाता है और जब हम न्याय मांगते हैं तो हम पर ही हमले होते हैं।अगर इसी प्रकार से सरकार जनता को न्याय देने में नाकाम रहती है,तो सरकार याद रखे कि हम बहुजन समाज के लोग अपने हक और सम्मान के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।हम संविधान में विश्वास रखते हैं.लेकिन अगर बहनों पर अन्याय और अत्याचार में ही जारी रहा तो बहुजन समाज इस लड़ाई को सड़क से लेकर संसद तक मजबूती से लड़ने का काम करेगा।जिनको लगता है कि इस तरह के कायराना हमले से हमारी न्याय के लिये लड़ने की हिम्मत टूट जाएगी तो ही गलत-फहमी में है।हम न डरेगे,न झुकेंगे,यह लड़ाई सिर्फ मथुरा की नहीं,यह लड़ाई पूरे बहुजन समाज के भविष्य की है।हम बाबा साहब के सिपाही हैं,अगर कोई हमें रोकने की कोशिश करेगा,तो वह खुद मिट जाएगा लेकिन बहुजन समाज झूकेगा नहीं।
पांच सूत्रीय मांग पत्र के तहत
1. उक्त मामले की न्यायिक जाँच कराई जाकर और दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएं
2. भीम आर्मी चीफ व आजाद समाज पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नगीना सांसद चन्द्रशेखर आज़ाद की सुरक्षा बढ़ाते हुए उन्हें जेड प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाये।
3. उत्तर प्रदेश में लगातार महिलाओं,दलितों,गरीबों व वंचितों पर लगातार हो रहे हमलों एवं अत्याचारों को
रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।व पीड़ित परिवारों की जरूरी पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएं।
4. एससी/एक्ट को सख्ती से पूरे देश में लागू कराने हेतु राज्य सरकारों को निर्देशित किया जाएं।
5. उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित किया जाएं कि वह जातिगत हिंसा पर अपनी चुप्पी तोड़े और अपराधियों को संरक्षण देना बंद करे। अन्यथा कि स्थिति में हम आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।