
गाजीपुर।कासीमाबाद कोतवाली क्षेत्र के कोड़रा गांव निवासी अच्छेलाल राम पुत्र प्रभुनाथ राम ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा, पुलिस महानिदेशक लखनऊ,उत्तर प्रदेश एससी-एसटी आयोग को शिकायती भेज कर कोतवाली पुलिस व क्षेत्राधिकारी कासीमाबाद पर लगाएं गंभीर आरोप। बताया कि बीते 31 जनवरी को
मेरा पुत्र उपेन्द्र कुमार गेंहू पिसवाने क्षेत्र के बारापुर गांव गया था।उसके साथ सत्येन्द्र चौहान पुत्र शम्भू चौहान निवासी जामापुर भी गया था।जब वह वापसी में ग्रैंड पैलेस ही पहुँचा था कि कुछ अज्ञात पाँच लोग आये और तुरन्त हमारे पुत्र से हटकर बात करने लगे कुछ देर में सत्येन्द्र मौके से हट गया और उक्त अज्ञात पांचों लोगों ने हमारे पुत्र को माँ बहन कि भद्दी -भद्दी गलिया देकर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने लगे और कहने लगे की साले तुमको जान सहित मार देंगे तुरन्त उक्त लोगों ने बुरी तरह से मारने-पीटने लगे हमारे पुत्र के नाक और सर में चोट लगने से मौके पर ही बेहोश होकर गिर गया था।पुलिस किसी के माध्यम से सूचना पाकर मौके पर पहुंची एम्बुलेंस द्वारा पुत्र को अस्पताल पहुंचाया गया जहां से तुरन्त मेडिकल हास्पिटल सदर रेफर कर दिए 24 घंटे बाद मेरे पुत्र को होश आया तो मैं अपना दरखास्त लेकर कोतवाली पहुंचा मेरा दरखास्त बदलकर मुझे गाली गुप्ता देते हुए तहरीर बदलवा कर बिना मेरे हस्ताक्षर के ही मुकदमा धारा 115 (2) 352,351 (3) में पंजीकृत किया गया।तथा हमें भगा दिया गया। अन्यथा कि स्थिति में अगर हमारे दरखास्त पर अगर एक सप्ताह के अंदर विधिक कार्यवाही नहीं हुई तो कोतवाली परिसर में ही मैं अपने बच्चे के साथ शरीर पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लूँगा जिसकी सारी जिम्मेदारी थानाध्यक्ष कासिमाबाद और सीओ की होगी।