ग़ाज़ीपुर
पीएम श्री कम्पोजिट विद्यालय व बीआरसी के मुख्य गेट पर गंदगी का अम्बार
सैकड़ों जिम्मेदार है फिर भी चिराग तले अंधेरा की कहावत चरितार्थ
मरदह गाजीपुर।स्थानीय ब्लाक संसाधन केंद्र में बीते दिनों तीन दिवसीय परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की मासिक बैठक में प्रशिक्षण हुई जिसमें।सभी शिक्षकों को लंच पैकेट वितरित किया गया।जिसके बाद सभी लोगों ने व्यंजन का स्वाद चख कर खाली डिब्बा व कुछ नास्ते का अंश मुख्य गेट पर व शौचालय के समीप खुले आसमान के नीचे फ़ेंक दिया गया।जिसके बाद वह चारों तरफ बिखर गया जिससे चारों ओर गंदगी का अम्बार पसरा हुआ दिखाई दे रहा तथा उससे दुर्गन्ध भी निकलना शुरू हो गया है।जिससे विद्यालय परिसर व ब्लाक संसाधन केंद्र पर आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है।उसके बाद भी जिम्मेदार इसके प्रति उदासीन बने हुए हैं।स्कूल में पाठ पढ़ते बच्चे और उज्ज्वल भविष्य का नारा… ये सभी को अच्छे लगते हैं. शिक्षा विभाग भी खुद कहता है — ‘स्कूल चलें हम’… लेकिन मरदह थाना के पास स्थित पीएम श्री कम्पोजिट विद्यालय के इस सरकारी स्कूल में शायद ही कोई कहे – आओ स्कूल चलें हम. यहां मुख्य गेट व परिसर तथा शौचालय के पास गंदगी का अंबार बच्चों को पढ़ाई के दौरान आंख-नाक दोनों बंद करने पर मजबूर करता है। शिक्षा का अधिकार,बच्चों का अधिकार…लेकिन जब इस अधिकार की बात आती है,तो जमीनी हकीकत बिल्कुल विपरीत होती है।मरदह के इस सरकारी स्कूल की हालत कुछ ऐसी ही है,जहां शिक्षा के नाम पर औपचारिकता हो रही है।आलम ऐसा है कि गंदगी के बीच ही बच्चों को पढ़ाई करनी पड़ रही है।जिम्मेदार नाक बंद कर बनें हुए मूकदर्शक।