ग़ाज़ीपुर

सफलता किसी अभाव की मोहताज नहीं:असिस्टेंट कमिश्नर विपिन कुमार

एयरपोर्ट बाबतपुर से लेकर पैतृक गांव तक लोगों ने जगह-जगह गर्मजोशी के साथ स्वागत किया

गाजीपुर।संघ लोकसेवा आयोग की ईपीएफओ परीक्षा के घोषित परिणाम में 111 वें रैंक पर मरदह क्षेत्र के मलिकनाथपुर गांव निवासी निरंजन दास के सुपुत्र विपिन कुमार सहायक कमिश्नर (भविष्य निधि) पर चयन होने के उपरांत नयी दिल्ली से पैतृक गांव बुधवार को आगमन हुआ तो पूरा जिला झूम उठा,एयरपोर्ट बाबतपुर से लेकर पैतृक गांव तक लोगों ने जगह-जगह गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।गांव वालों ने नसरतपुर डां अम्बेडकर प्रतिमा के पास ढ़ोल नगाड़े बैंड बाजे तथा डीजे की धुन पर थिरकते हुए विपिन कुमार का माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत अभिनन्दन किया।माता पार्वती देशी ने अपने बेटे का तिलक लगाकर, अक्षत छिड़कर,आरती उतार कर आर्शिवचन देते हुए स्वागत किया।साथ ही साथ पैतृक आवास पर रामचरितमानस पाठ के साथ भी विपिन कुमार के उज्जवल भविष्य की कामना।इसी क्रम में प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण विभाग असीम अरूण ने भी विपिन कुमार के सफलता पर बधाई संदेश देते हुए आर्शिवचनों संग शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की ईश्वर से मंगलमय कामना किया।
बेबाकी से दिया मीडिया कर्मियों के सवालों का जबाब:विपिन कुमार ने पत्रकारों के सवाल पर अपनी क्षमता और योग्यता का परिचय देते हुए कहा कि किसी सफलता को पाने के लिए संसाधनों की आवश्यकता नहीं होती बल्कि अपने आपको स्थिर करके स्थिरता से लक्ष्य को भेदना जरूरी है।किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में पास या फेल मायने नहीं रखता परन्तु प्रतिभाग और प्रदर्शन बेहतर होना चाहिए।देश का युवा अगर ढृढ़ संकल्पित होकर शिक्षा ग्रहण करें तो निश्चित तौर पर शिक्षा व शेरनी का दूध है जो पिएगा वह आगे बढ़ेगा।युवाओं से आवाहन करते हुए कहा कि आजकल के युवा डिजीटल दुनिया में डूबे हुए हैं लेकिन उसका लाभ सकारात्मक नहीं बल्कि नकारात्मक असर डाल रहा है।बेहतर है उसका सदुपयोग करें और दुरूपयोग से बचें।आगे कहा कि सफलता किसी अभाव की मोहताज नहीं होती,बस ललक होनी चाहिए उसे पाने कि,एक ना एक दिन खुद सफलता कदम चूमने पर विवश होगी।
माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय:मरदह क्षेत्र के‌ मलिकनाथपुर गांव निवासी विपिन कुमार  के घर पर परीक्षा में सफलता हासिल करने पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.वहीं,परिजनों और ग्रामीणों में जश्न का माहौल है.विपिन के माता का नाम पार्वती देवी जो गृहणी है और पिता निरंजन दास है.जो‌ परिवहन विभाग से सेवानिवृत कर्मचारी हैं।विपिन तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं.विपिन ने बताया कि उनकी सफलता के पीछे उनके माता-पिता और परिजनों का बड़ा सहयोग है.जिसके चलते वह इस परीक्षा में सफल हो पाएं है।भारत सरकार में संभालेंगे पदभार:विपिन कुमार कहते हैं कि उनकी कड़ी मेहनत व सेल्फ स्टडी के माध्यम से कोई भी विद्यार्थी निरंतर 8 से 10 घंटे पढ़ाई करके इन परीक्षाओं को पास कर सकता है. इसलिए निरंतर प्रयास करते रहें. बता दें कि विपिन कुमार बचपन से ही मेधावी छात्रों में सुमार रहे।परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी लक्ष्य से विचलित नहीं हुए और उन्होंने अपनी पढ़ाई को जारी रखा.जिसके चलते आज उन्हें ये सफलता मिली है.अब विपिन भारत सरकार के श्रम व रोजगार मंत्रालय के तहत कार्यरत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में असिस्टेंट कमिश्नर का पदभार संभालेंगे।इस मौके पर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष,करंडा द्वितीय जिला पंचायत सदस्य तथा राज्य सरकार के सलाहकार (पीएम अजय) शैलेश कुमार राम,अखिलेश कुमार सहायक अध्यापक,शिक्षाविद् राजन सिंह,रामजन्म यादव,कृष्णा देवी‌‌ सहायक अध्यापिका,आदित्य राज,साहिल राज,प्रमोद कुमार, राजकुमार मास्टर,भरत,शर्माजीत राम पूर्व प्रधान,हरेराम बौद्ध,रामराज चौधरी,सरोज कुमार,प्रशांत लेखपाल,अमन, रामध्यान आदि मौजूद रहे।

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