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खेती के लिए पशुपालन‌ बेहद जरूरी और आवश्यक

खेती के लिए पशुपालन‌ बेहद जरूरी और आवश्यक

गाजीपुर।विकसित कृषि संकल्प अभियान अन्तर्गत को रेवतीपुर ब्लॉक के न्याय पंचायत ताड़ीघाट , सुहवल एवं पकड़ी में पशुपालन के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर ए के सिंह ने खेती के साथ पशुपालन अपनाने पर जोर दिया। मृदा में सुधार के लिए प्रत्येक कृषक परिवार से दो दुधारू जानवर पालने का आग्रह किया जिससे कि दूध उत्पादन के साथ-साथ पशुओं से प्राप्त होने वाले गोबर से कंपोस्ट तैयार कर अधिक से अधिक खेतों में डाला जाए जिससे कि खेतों में फिर से केंचुआ एवं सूक्ष्म जीवों का विकास हो सके जो की मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में सहयोग करते हैं । डा. एस. के. सिंह वरिष्ट वैज्ञानिक शस्य ने धान के बीज को शोधन कर नर्सरी डालने खेतों में कंपोस्ट एवं सनई, ढैचा की हरी खाद को मिट्टी में मिलने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के बारे में सुझाव दिया साथ ही किसानों से धान की खेती में बढ़ते लागत से बचने के लिए मोटे अनाज ज्वार बाजरा सावा, मडुआ, रागी कुटकी आदि की खेती करने पर किसानों से आग्रह किया। कार्यक्रम में फसल बीमा से श्री शैलेंद्र तिवारी इफको से श्री वेद प्रकाश राय, कृषि विभाग से श्री अभय राज , श्री सुनील कुमार गुप्त, श्री विनोद सिंह श्री प्रतीक आदि उपस्थित रहे

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