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जनपद के 174 विद्यालयों का बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रोका वेतन

जनपद के 174 विद्यालयों का बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रोका वेतन

गाजीपुर।जनपद के 174 विद्यालयों का बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रोका वेतन,बेसिक शिक्षा विभाग में समय से सभी छात्र-छात्राओं को डीबीटी योजना का लाभ देने को लेकर बेसिक शिक्षा ने बड़ा कदम उठाते हुए जनपद के 174 विद्यालयों के प्रधानाचार्य अध्यापक सहित सभी स्टाफ का वेतन रोक दिया है। मामला गर्मियों की छुट्टी से पहले सभी विद्यालयों के छात्रों का सत्यापन कार्य किया जाना है। लेकिन गाजीपुर के 174 विद्यालयों के छात्रों का अभी तक सत्यापन कार्य नहीं पूर्ण करने के चलते बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस तरह के कदम उठाए हैं। जिसके बाद से ही विभाग में हड़कंप पर मचा हुआ है।जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा चलने वाले परिषदीय विद्यालय जिसके छात्रों को जूता मोजा, बैग व अन्य सामानों के लिए प्रतिवर्ष डीबीटी के माध्यम से ₹1200 उनके अभिभावकों के खाते में भेजा जाता है। लेकिन पिछले सत्र में बहुत सारे छात्रों का डीबीटी नहीं होने के कारण उन्हें इस योजना से महरूम होना पड़ा था। जिसके वजह से ठंड के मौसम में बहुत सारे छात्रों को बगैर जूता मोजा के ही स्कूल आना पड़ा । ऐसे में इस बार बेसिक शिक्षा विभाग गर्मी की छुट्टियां पूरा होने से पूर्व यू डायस बोर्ड के माध्यम से सभी छात्रों का शत प्रतिशत डीबीटी करने का लक्ष्य रखा है।
डीबीटी करने के लक्ष्य को जनपद के 174 परिषदीय विद्यालयों ने अब तक पूरा नहीं कर पाया है। यानी की इन सभी विद्यालयों में 10 या उससे अधिक छात्र-छात्र हैं जिनका डीबीटी नहीं हो पाया है उनका बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा समीक्षा कर एक लेखा-जोखा निकाला गया। जिसमें 174 विद्यालय सामने आए। जिसे शत प्रतिशत पूरा करने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य टीचर व अन्य स्टाफ का वेतन रोक दिया है । जिससे अब विभाग में खलबली मची हुई है।बता दे कि जनपद में पुराना छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 184000 है और सत्यापन की प्रक्रिया होने के बाद ही डीबीटी के माध्यम से ही हर बच्चे को यूनिफॉर्म में जुता मोजा और बैग के लिए ₹1200 अभिभावकों को खाते में भेजा जाना है। अब तक 17 विकास खंडों में 341 विद्यालयों में सत्यापन कार्य शेष है । इनमें से 10 या उससे अधिक सत्यापन के लिए लंबीत छात्राओं वाले 174 विद्यालय शामिल है। जिसमें सबसे ज्यादा स्कूल कासिमाबाद ब्लाक के हैं।अगर इन विद्यालयों की बात करें तो सबसे अधिक कासिमाबाद ब्लाक में 25 ,बाराचवर में 14 ,भदौरा में 3, भांवरकोल में 19, बिरनो में 7, करंडा में 2,मनिहारी 7, मरदह 12, मोहम्मदबाद 23 ,नगर क्षेत्र 11 ,रेवतीपुर में 6 सदर में 20 के साथ ही सादात में कस्तूरबा विद्यालय सहित पांच, जखनिया में 11 और जमानिया में नौ विद्यालयों में सत्यापन का कार्य पूरा नहीं है।बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि यू डायस बोर्ड पर जनपद के 174 विद्यालयों ने डीबीटी के कार्य को पूर्ण नहीं किया। जिसके लिए सभी का वेतन रोकते हुए इस कार्य को शत प्रतिशत पूरा किए जाने का निर्देश दिया है।उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक जनपद के करीब 10000 छात्र-छात्राओं का डीबीटी होना शेष है। जबकि यही पिछले वर्ष भी बहुत सारे छात्र-छात्राओं का डीबीटी ना होने के कारण उनके खातों में ₹1200 नहीं जा पाया। जिसके कारण बहुत सारे छात्र-छात्राओं का जूता मौज ड्रेस व अन्य सामानों की खरीदारी अभिभावक नहीं कर पाए थे।

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