योगी-मोदी के भरोसेमंद आईएएस विशाल सिंह बने प्रदेश के सूचना निदेशक
विशाल सिहं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी अधिकारियों में से एक माने जाते हैं

लखनऊ।यूपी सरकार में 33 आईएएस अधिकारियों को इधर से उधर किया गया है।प्रदेश में बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के तबादलों से हलचल तेज है।इस ट्रांसफर लिस्ट में आईएएस विशाल सिंह भी शामिल हैं।इन्हें योगी सरकार में सूचना निदेशक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।उत्तर प्रदेश की अफसरशाही में बीती रात भूचाल आया। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के तबादलों ने ब्यूरोक्रेसी में हलचल मचा दी।एक तरफ जहां 3 आईपीएस और 24 पीपीएस अधिकारियों के तबादले हुए।वहीं 33 आईएएस अधिकारियों को भी इधर से उधर कर दिया गया। इसमें कई ऐसे अधिकारी भी शामिल हैं जो लंबे समय से एक ही पद पर जमे थे।ऐसे ही एक अधिकारी सूचना निदेशक शिशिर थे।अब उन्हें नई जिम्मेदारी सौंप दी गई है।उनकी जगह आईएएस विशाल सिंह को सूचना निदेशक बनाया गया है।वहीं,पूर्व से इस पद पर कार्यरत शिशिर को विशेष सचिव, सूक्ष्म,लघु एवं मद्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी,खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड बनाया गया है।अयोध्या को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विशाल सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी अधिकारियों में से एक माने जाते हैं।दरअसल, विशाल सिंह एक प्रमोटी आईएएस अधिकारी हैं।वे साल 2021 में आईएएस पद पर प्रमोट हुए थे।विशाल सिंह 2020 से 2024 तक अयोध्या जिले में अयोध्या विकास प्राधिकरण के वॉइस चेयरमैन रह चुके हैं।राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने से लेकर इसके बनकर तैयार होने तक शहर की विकास योजनाओं को जमीन पर उतारने में विशाल सिंह ने बड़ी भूमिका निभाई।यूपी आईएएस ट्रांसफर में अब उन्हें सूचना निदेशक की अहम जिम्मेदारी मिली है।विशाल सिंह को पिछले साल 28 फरवरी को भदोही जिले का जिलाधिकारी बना दिया गया।इस तरह लगभग एक साल से ज्यादा समय तक आईएएस विशाल सिंह ने भदोही जिले के डीएम का कामकाज संभाला है।अब उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है।आईएएस विशाल सिंह को उत्तर प्रदेश का सूचना निदेशक बनाया गया है।सोमवार रात हुए तबादलों में विशाल सिंह को विशेष सचिव संस्कृति विभाग और निदेशक सूचना एवं संस्कृति की जिम्मेदारी सौंपी गई है।आईएएस विशाल सिंह जौनपुर जिले के रहने वाले हैं।उनका जन्म 3 नवंबर 1973 में हुआ था।विशाल सिंह ने हाईस्कूल की पढ़ाई संत अतुलानंद आवासीय एकेडमी वाराणसी से पूरी की।इसके बाद उन्होंने हायर सेकेंडरी की पढ़ाई यूपी कॉलेज वाराणसी से की।उन्होंने आईएमएस गाजियाबाद से 1998 में मार्केटिंग में एमबीए की डिग्री हासिल की।पढ़ाई पूरी करने के बाद विशाल सिंह ने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की।अपनी कड़ी मेहनत लगन के दम पर वर्ष 2000 में पीसीएस अधिकारी बन गए।पीसीएस रहते हुए विशाल सिंह ने लखनऊ,बुलंदशहर,कासगंज,बिजनौर,वाराणसी,प्रयागराज और अयोध्या में कई अहम पदों की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।विशाल सिंह की काबिलियत एवं कार्यक्षमता को देखते हुए वर्ष 2021 में पीसीएस से आईएएस कैडर में प्रमोशन दिया गया।आईएएस बनने के बाद विशाल सिंह को अयोध्या नगर निगम के नगर आयुक्त और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया।आईएएस विशाल सिंह की गिनती अयोध्या को संवारने वाले अधिकारियों में होती है।यही वजह रही है कि उन्हें बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।पहले भदोही का डीएम और सूचना निदेशक बना दिया गया है।यूपी में सूचना निदेशक का पद बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।कहा यह भी जाता है कि इस पद पर सरकार अपने भरोसेमंद अधिकारी को बैठाती है।अयोध्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विशाल सिंह भी योगी सरकार के भरोसेमंद अधिकारी रहे हैं।अभी तक इस पद की जिम्मेदारी शिशिर देख रहे थे,उन्हें विशेष सचिव बनाकर सूक्ष्म लघु एवं मंध्यम विभाग में भेजा गया है।विशाल सिंह वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर भी काम कर चुके हैं। विशाल सिंह के नेतृत्व में ही पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम पूरा कराया गया।इस कार्य को लेकर पीएम मोदी ने मंच से उनके कार्यों की जमकर तारीफ की थी।काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साथ ही आईएएस विशाल सिंह ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के दौरान महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली।बुधवार को राजधानी में उत्तर प्रदेश सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग लखनऊ के निदेशक पद के पद पर तेजतर्रार आईएएस अधिकारी रहे विशाल सिंह ने पद भार ग्रहण किया।इनके पदभार ग्रहण के बाद प्रदेश के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कार्यो में तेजी व गति आने का अंदेशा लगाया जा रहा है।