कर्मवीर सत्यदेव सिंह एक साहित्य प्रेमी,प्रकाश के पुंज:प्रो.हरिकेश सिंह
कर्मवीर सत्यदेव सिंह की मनाई गई 96 वीं जन्मजयंती


गाजीपुर।गाधिपुरम बोरसिया स्थित सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस के संस्थापक कर्मवीर सत्यदेव सिंह की 96 वीं जन्म जयंती को बहुत ही उत्साह व उमंग के साथ मनाया गया।सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज की सभी संस्थाओं में पूजनीय कर्मवीर सत्यदेव सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया गया।सत्यदेव इंटरनेशनल स्कूल में सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस की संरक्षक सावित्री देवी,मुख्य प्रबंध निदेशक डॉ आनंद सिंह,प्रबंध निदेशक डॉ सानंद सिंह, काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय,निदेशक अमित रघुवंशी व सत्यदेव इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य चंद्रसेन तिवारी आदि ने दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर सत्यदेव सिंह के शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अद्भुत कार्य को नमन किया गया।
इस उक्त अवसर पर सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज की पावन धरती पर स्थित सत्यदेव नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज में कर्मवीर सत्यदेव सिंह के जयंती को यादगार बनाने के लिए भव्य कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। सर्वप्रथम मां सरस्वती के चित्र पर मालार्पण व पुष्पांजलि अर्पित करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई।तत्पश्चात स्वागत गीत,गणेश वंदना,सरस्वती वंदना,उसके बाद सत्यदेव इंटरनेशनल स्कूल के बाल नन्हे कलाकारों ने मां के नौ रूपों का संक्षिप्त परिचय दिया,मां दुर्गा व महिषासुर के युद्ध और महिषासुर के संहार को बच्चों द्वारा बख़ूबी दर्शाया गया।तत्पश्चात सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज के प्रबंध निदेशक प्रोफेसर सानंद सिंह ने अपने स्वागत भाषण में सभी उपस्थित अतिथिगण का सम्मान करते हुए कहा कि आज का दिन सत्यदेव कॉलेज परिवार के लिए गर्व की अनुभूति करने वाला अवसर है क्योंकि जो रमणियता इस परिसर में दिख रही है,जो ज्ञान का प्रकाश चारों तरफ आलोकित हो रहा है,जो चमक,जो रोशनी हम अपनी आंखों से देख रहे हैं,मन में महसूस कर रहे हैं वह चमक वह रोशनी,वह विस्तार महामानव कर्मवीर पूज्य पिताजी की आंखों में करीब दो दशक पहले ही उत्तर आई थी उन्होंने ऐसा वृक्ष लगाए जिनकी टहनियां वैश्विक आकाश में तकनीकी के क्षेत्र में,चिकित्सा के क्षेत्र में,शिक्षा के क्षेत्र में तथा व्यवसाय के क्षेत्र में चारों दिशाओं में विस्तारित हैं और इसकी मजबूत जड़े मानवता,संस्कार,सहानुभूति और सदाचरण की असीमित गहराई तक स्थापित हैं और हम गर्व से कह सकते हैं कि इसकी छाया इसका फल जनपद के ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश से जुड़े सभी गरीबों,वंचितों,शहीदों के परिजनों को मिल रहा है।ऐसे पुण्य आत्मा के चरणों में श्रद्धा पूर्वक शीश झुकाकर प्रणाम करता हूं।मंच पर उपस्थित सभी कविगण को सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस के मुख्य प्रबंध निदेशक प्रोफेसर आनंद सिंह तथा प्रबंध निदेशक प्रोफेसर सानंद सिंह के द्वारा माल्यार्पण,अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।जिसमें हरिनारायण सिंह”हरीश”अंबुज मिश्र, गोपाल गौरव,यशवंत सिंह यश,कुमार शैलेंद्र,विनय राय बबुरंग,दिनेशचंद्र शर्मा,कुमार नागेश,भालचंद्र त्रिपाठी,ईश्वर चंद्र त्रिपाठी,अमरनाथ तिवारी अमर,आशुतोष श्रीवास्तव, कुमार प्रवीण आदि कवियों की गरिमा मय उपस्थिति रही। काव्य पाठ के दौरान विनय राय बबुरंग ने ‘दरोगा बा केहु अकड़त बा केहु,घर बा केहू क पैठत बा केहु’सुना करके सभी श्रोताओं को गदगद कर दिए।जनपद के प्रसिद्ध कवि एवं साहित्य चेतना समाज के संस्थापक अमरनाथ तिवारी अमर ने गठबंधन पर कविता सुनाकर मंच को जीवंत कर दिया। आशुतोष श्रीवास्तव एवं कुमार प्रवीण की कविताओं ने श्रोताओं को ताली बजाने पर मजबूर कर दिए।इस साहित्यिक मंच का संचालन कवि ईश्वरचंद्र त्रिपाठी ने बहुत ही शानदार तरीके से किया।उसके बाद सभी कवियों ने कर्मवीर सत्यदेव सिंह का जन्मजयंती के शुभ अवसर पर बधाइयां देते हुए अपने-अपने शेर-शायरी,मुक्तक व कविताओं से सबको मंत्रमुग्द कर दिया।तत्पश्चात प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने कर्मवीर सत्यदेव सिंह की जन्मजयंती की शुभकामनाएं देते हुए।उन्होंने कहा कि कर्मवीर सत्यदेव सिंह एक साहित्य प्रेमी, प्रकाश के पुंज,मानवीय गुणों से भरे हुए थे।वह एक साहित्य प्रेमी के साथ-साथ कुशल वक्ता भी थे।और अंत में सत्यदेव ग्रुप आप कॉलेज के मुख्य प्रबंध निदेशक डॉ आनंद सिंह ने सत्यम,शिवम,सुंदरम का मंत्र देते हुए कहा कि हमारे पूजनीय पिताजी एक साहित्य प्रेमी,क्रांतिकारी,शिक्षाविद के साथ साथ एक अच्छे और सच्चे हम सबके मार्गदर्शक रहे।उनका साहित्य से बहुत अच्छा लगाव रहा,वे अनेक साहित्य काव्य संग्रह को पढ़ते रहें।और हमेशा हम सबको दिशा निर्देश देते रहे और आज हम जो कुछ भी हैं उनके आशीर्वाद से है।इस मौके पर सुमन सिंह,डॉ प्रीति सिंह,ब्लॉक प्रमुख आर.डी. यादव तथा जनपद के अधिकांश प्रबुद्ध व्यक्तित्व कर्मवीर सत्यदेव सिंह जी की 96 वीं जयंती के अवसर पर सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस में आयोजित कार्यक्रम के साक्षी बने।