पृथ्वीपुर गांव में लावारिस मिली बच्ची को 1089 चाइल्ड केयर टीम ने लिया कब्जे में
घंटों मशक्कत के बाद पाने वाले परिजनों ने किया सुपुर्द

गाजीपुर।प्रकाशित खबर को संज्ञान लेकर 1089 चाइल्ड केयर टीम पहुंची थाने पुलिस के सहयोग से लावारिस मिली बच्ची को लिया कब्जे में।मालूम हो कि मरदह थाना क्षेत्र के पृथ्वीपुर गांव में वृहस्पतिवार की सुबह नवजात जिंदा बच्ची सड़क किनारे खड़े टैक्टर-ट्राली के राइस मिल मशीन के पास मिली थी।जिसकी खबर शुक्रवार को प्रमुखता से प्रकाशित किया जिसको संज्ञान में आते ही जिले की राजकीय सम्प्रेक्षण गृह बाल कल्याण समिति गोराबाजार की टीम सुबह दस बजे थाने पहुंची और पुलिस के सहयोग से बच्ची को रखने वाले परिजनों को ग्राम प्रधान हरिवंश यादव के द्वारा सूचना देकर थाने बुलाया गया जिसके बाद परिजन देर शाम चार बजे बच्ची को लेकर थाने पहुंचे जो की टीम को बच्ची नहीं देने की हठ लगाएं बैठ गये काफ़ी मान मनौव्वल के बाद लगभग दो घंटे के प्रयास में टीम के सदस्यों ने बच्ची को लिखा पढ़ी के बाद अपने कब्जे में लेकर जिला मुख्यालय रवाना हुए।इधर बच्ची को अपने से दूर होने पर धनराजी देवी,रिकू देवी, बंकेश राम,कमलेश राम,की आंखें डबडबा गई।गांव निवासी राकेश राम अपना टैक्टर ट्राली राइस मिल मशीन सहित बुधवार की देर शाम को घर के सामने सड़क किनारे खड़ा किया था।जब उसकी माता धनराजी देवी वृहस्पतिवार को बगल से गुजर रही थी तो बच्ची के सिसकने व कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर पास गयी तो देखी तो लाल कपड़ा में लपेटकर नवजात बच्ची रखी थी।उसको लेकर गलें लगाकर पालने पोसने का सपना सजा लिया परन्तु टीम के पहुंचने से सपना चकनाचूर हो गया।इस मौके पर चाइल्ड केयर टीम के परामर्श दाता सौरभ वर्मा,सुपरवाइजर अंशू राय,थानाध्यक्ष तारामती यादव, ग्राम प्रधान हरिवंश यादव,समाजसेवी धर्मेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।