फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति पर लेखपाल को उप जिलाधिकारी ने लगाई फटकार
लेखपाल वरूण कुशवाहा द्धारा फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति देख कड़ी फटकार लगाई

मरदह गाजीपुर।उप जिलाधिकारी संजय यादव व तहसीलदार जया सिंह कासीमाबाद बुधवार को फाॅर्मर रजिस्ट्री रजिस्ट्रेशन की प्रगति जानने के लिए क्षेत्र के कई गांव का निरीक्षण किया।इस दौरान उप कृषि केंद्र मरदह पर शाम 4.30 बजे धमक पड़े जहां कर्मचारियों की पोल खुल गई।यहां मौजूद मरदह गांव के लेखपाल वरूण कुशवाहा द्धारा फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति देख कड़ी फटकार लगाते हुए कड़ी चेतावनी दे डाली।मरदह गांव के किसानों के उप कृषि केंद्र पर कैम्प लगाया गया था जहां लेखपाल को प्रतिदिन 100 किसानों की रजिस्ट्री करने का जिम्मा मिला था उसके सापेक्ष उनसे बुधवार को मात्र 6 किसानों की रजिस्ट्री की थी।जिसको लेकर उप जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते जल्द से जल्द लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया।कासीमाबाद तहसील क्षेत्र में फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति ठीक नहीं है।शासन के निर्देश पर भले ही लगातार बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है,लेकिन लगभग 50 फीसदी ही लोगों की फार्मर रजिस्ट्री बन सकी है।बुधवार को दोनो अधिकारियों ने मरदह गांव का निरीक्षण किया।
उप जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की यह योजना
खतौनी धारक किसानों के लाभ के लिए है।इसमें बढ़-चढ़कर भागीदारी करें।अपने-अपने ग्राम पंचायत की प्रगति बढ़ाने में सहयोग दें।उन्होंने लेखपाल,कोटेदार,सहज जन सेवा केंद्र संचालक से कहा कि वह सभी समन्वय बनाकर फार्मर रजिस्ट्री रजिस्ट्रेशन कराने में सहयोग दें।उन्होंने किसानों से आनलाईन सहमति प्राप्त करते हुए ई-केवाईसी की कार्रवाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया।कहा कि फार्मर रजिस्ट्री होने से भविष्य में सभी योजना का लाभ किसानों को सीधे मिलेगा।आगे कहां कि किसान सम्मान निधि का लाभ पा रहे या नहीं यह जरूरी नहीं है बल्कि फार्मर रजिस्ट्री उन्हें कराना है जिनके नाम पर भूमि है और खतौनी में दर्ज है।उनका आधार कार्ड,लिंक मोबाइल नंबर व खतौनी लेकर उप कृषि विभाग में सुबह 9 बजे शाम पांच बजे तक 15 अप्रैल तक कराना सुनिश्चित करें।इस मौके पर एडीओ एजी राममिलन गौड़,बीटीएम प्रदीप कुमार सिंह,आपरेटर अभिषेक सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल वरूण कुशवाहा,प्रवीण पटवा,रविप्रताप सिंह,प्रधान गंगा गौड़,मनीष सिंह आदि रहे।