दर-दर की ठोकर खा रहे लोक शिक्षा प्रेरक संघ ने एमएलसी आशुतोष सिन्हा को ज्ञापन सौंपा
40 से 45 माह के बकाया मानदेय का भुगतान एवं संविदा सेवा बहाली का कार्य के लिए

बिरनो गाजीपुर।क्षेत्र के केलही गांव में पहुंचे स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा को लोक शिक्षा प्रेरक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर सरकार से अपनी मांगों ज्ञापन सौंपा।जिसमें समसामयिक समस्त मानवीय परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए 40 से 45 माह के बकाया मानदेय का भुगतान एवं संविदा सेवा बहाली का कार्य लोकसभा एवं विधानसभा के पटल पर रख कार्यवाही कर शासन से करवाने की मांग किया।जिलाध्यक्ष मुनीब यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पूर्णकालिक अनुबन्धीय कर्मचारी के रूप में लगभग 7 वर्षों तक सेवा किये,स्नातक, स्नातकोत्तर लोक शिक्षा प्रेरकों के 40 से 45 माह के बकाया मानदेय के भुगतान एवं संविदा बहाली न होने से भुखमरी के कगार पर है।भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी साक्षर भारत मिशन योजना अन्तर्गत पूर्णकालिक अनुबन्धीय कर्मचारी के रूप में रू० 2000 /- प्रतिमाह पर प्रत्येक ग्राम पंचायत के उच्च शिक्षा प्राप्त प्रेरकों की नियुक्ति भारत सरकार व राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार सन् 2011 में की गयी थी।
लोक शिक्षा प्रेरक साक्षरता के कार्य के साथ ही ग्राम पंचायत के अल्पावधि विषयक कार्यक्रम,लोकसभा, विधानसभा,स्नातक एमएलसी,त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चुनाव ड्यूटी,बीएलओ ड्यूटी,विधि साक्षरता,कानूनी साक्षरता,पल्स पोलियों,गणना आदि कार्यों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ भावी भविष्य देखकर करते रहे। 7 वर्षों तक लगातार कार्य किये 40 से 45 माह के बकाया मानदेय के रहते सरकार ने बिना किसी पूर्व सूचना के 31 मार्च 2018 को संविदा समाप्त कर बेरोजगार कर दिया।भारत सरकार के सचिव रेनू निगम के पत्रानुसार प्रेरकों के मानदेय की सम्पूर्ण धनराशि 31 मार्च 2019 तक सभी राज्य सरकारों को दे दी गयी,वर्तमान में केन्द्र सरकार का मानदेय देनदारियों के बारे में कोई जबावदेही नहीं है।दूसरी तरफ राज्य सरकार का कहना है कि लगातार बार-बार केन्द्र सरकार से मानदेय की धनराशि की मांग की जा रही है, धनराशि मिलने पर मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा।केन्द्र व राज्य सरकार के दूषित मानसिकता एवं अविवेकपूर्ण हस्तक्षेप के आपसी मिलीभगत से मानदेय का भुगतान व संविदा बहाली का कार्य अधर में लटका हुआ है। जिससे हम आर्थिक व मानसिक रूप से काफी कमजोर हो चुके हैं।इस मौके पर रामविजय राम,नंदलाल यादव,सचिदानंद, रामकृपाल राजभर,देवनारायण यादव आदि मौजूद रहे।