श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मात्र मनुष्य को भवसागर से पार करने में सक्षम:महंत सत्यानंद यति
धार्मिक चेतना और सामाजिक समरसता का संदेश दिया


मरदह गाजीपुर।भागवत कथा के समापन पर उपस्थित भक्तों ने धर्ममय वातावरण में आस्था और श्रद्धा के साथ संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।इस आयोजन ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक चेतना और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।क्षेत्र के पृथ्वीपुर गांव में आयोजित हुए सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का मंगलवार की रात्रि पूर्णाहुति के साथ भव्य समापन हुआ।वहीं समापन के बाद विशाल भंडारा व मनमोहक झांकी की प्रस्तुति भी की गई जहां क्षेत्रीय सम्मानित लोगों सहित ग्रामवासीयों ने झांकी का आनंद लेते भक्तिमय वातावरण में भाव-विभोर हुए।कथा के संरक्षक सिद्धपीठ चोचकपुर के मौनी बाबा एवं कनुवान पीठाधीश्वर महंत सत्यानंद यति जी महाराज रहे।इस आयोजन में विश्व की सबसे कम उम्र की अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका शिवांगी किशोरी ने अपनी मधुर वाणी से ग्रामवासियों एवं क्षेत्रवासियों को भागवत कथा श्रवण पान कराया।पीठाधीश्वर महंत सत्यानंद यति जी महाराज ने सुदामा के चरित्र का विशेष वर्णन करते हुए बताया कि श्री कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को समान स्थान देकर उनके चरण अपने नेत्रों के जल से धोकर सच्ची मित्रता का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।उन्होंने गोपियों की अविरल भक्ति और श्रीकृष्ण के प्रति उनके निष्काम प्रेम की भी चर्चा की।उन्होंने कहा कि कलयुग में श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मात्र मनुष्य को भवसागर से पार करने में सक्षम है।धार्मिक आयोजनों से समाज में प्रेम,भाईचारा और धर्म के प्रति आस्था को बढ़ावा मिलता है।भागवत कथा पुराण का मानव जीवन महत्व बताते हुए कहां कि-मनुष्य के लिए जितना भोजन आवश्यक है उनता ही आज धर्म और ग्रंथ आवश्यक है,शांति के लिए के लिए मनुष्य-मन को एकाग्र करें,ऐसा माहौल पाना होगा अगर उससे भी शांति न मिले तो समाज में तीन देवों के रूप में स्थापित किए गए हैं माता पिता और गुरु आप उनके श्रीचरणों में सेवा भाव से समर्पित रहित,समाज में ऐसा कोई कार्य ना करें जिससे आपके प्रतिष्ठा पर आंच आएं,अगर ऐसा कार्य करते हैं तो शांति और समृद्धि सहित उन्नति जरूर मिलेगी।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सांसद अफजाल अंसारी, विधायक डॉ वीरेन्द्र यादव, प्रधान हरिवंश यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामनारायण यादव,शिवजी सिंह,रामाश्रय सिंह,रामप्रवेश सिंह,विजय सिंह, नवीन सिंह,अशोक खरवार,सुदर्शन पांडेय,मनोज सिंह,केशव सिंह,धर्मेंद्र सिंह,योगेन्द्र सिंह,शशीधर सिंह,राकेश सिंह, रामब्यास यादव,विक्रमा राम,मोहित अंसारी,दिनेश कुशवाहा, नीरज कुमार आदि ने सहभागिता सुनिश्चित किया।