भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा मरदह के आयुष्मान आरोग्य मंदिर केंद्र
योगी सरकार की उड़ रही खुलेआम धज्जियां,नहीं मिल रही चिकित्सकीय सुविधाएं


मरदह गाजीपुर।ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ रही स्वास्थ्य सेवाएं अब लगातार हाशिये पर खड़ी है।जिससे साफ जाहिर होता है कि इस विभाग के उच्च अधिकारी इस तरफ ना तो ध्यान दे पाते हैं और ना ही उनके मातहत काम करने वाले कर्मचारी इन सेवाओं के प्रति गंभीर हैं।स्वास्थ्य केंद्रों के अधीन आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निर्माण भी कराया गया।इस आयुष्मान आरोग्य मंदिर में स्वास्थ्य कर्मचारियों की तैनाती की गई।जिससे गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण उनकी देखभाल कुपोषित बच्चों का इलाज टीवी के मरीजों तक पहुंच उनकी जानकारी एवं उनका इलाज और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब जनता का इलाज समुचित और उचित तरीके से किया जा सके।आयुष्मान आरोग्य मंदिर लिखी हुई है इमारतें सिर्फ शोपीस बनकर रही।जिसका जीता जागता उदाहरण सोमवार को मिला जहां ब्लॉक के अंतर्गत गेहुड़ी 10.30 बजे बंद मिला,पृथ्वीपुर 10.56 बजे बंद,घरिहां 11.07 बजे बंद, गोविन्दपुर कीरत आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर 3 बजे यहां ताले लटकते रहते हैं।स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं पहुंचते और क्षेत्र की गरीब जनता को समय से दवाइयां नहीं मिल पाती। यहां के लोग अपने इलाज के लिए कई किलोमीटर दूर तक जाते हैं।जहां इनका समय भी बर्बाद होता है और आने जाने में किराया भी लगता है।ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायत में संचालित होने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिर के नाम से चलने वाले यह उप स्वास्थ्य केंद्रों पर विभाग की नजर होनी चाहिए और यह समय से खुले व लोगों को दवाइयां मिलती रहे।