पड़ताल में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की अनुपस्थिति उजागर
स्कूलों की बदहाल स्थिति,शिक्षकों के लापरवाही से बिगड़ रहा भविष्य

स्कूलों की बदहाल स्थिति,शिक्षकों के लापरवाही से बिगड़ रहा भविष्य
पड़ताल में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की अनुपस्थिति उजागर
सुधार के लिए फिर नहीं हो रही कवायद,बीईओ से हुआ शिकायत
मरदह।ब्लाक के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं।शिक्षकों की लापरवाही के चलते बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।कई स्कूलों में शिक्षक समय पर नहीं पहुंच रहे हैं,जबकि कई बार तो वे पूरी तरह अनुपस्थित पाए जाते हैं।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण में भी यह गंभीर स्थिति सामने आ चुकी है।उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। पड़ताल के दौरान शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय सिगेंरा प्रथम पर तैनात चार शिक्षक अनुपस्थित मिले।यहां के शिक्षक समय पर नहीं पहुंच रहे।सुबह इनको 8.30 बजे तक विद्यालय पहुंचकर अपने कर्तव्य का निर्वहन शुरू करना है पर आज यहां तैनात चार शिक्षकों में 9.10 बजे तक कोई नहीं पहुंचा था।लेकिन बच्चे दो दर्जन के संख्या में गुरू जी के इंतजार में खड़े मिलें।9.15 बजे पहुंचे प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा आनन-फानन में भारी गंदगी भरें विद्यालय परिसर में प्रेयर कराया गया तथा फोटो सूट करके विभागीय मोबाइल ग्रुप में शेयर करके वाहवाही बटोरी गयी।यह विद्यालय न्याय पंचायत सिगेंरा का सबसे बदहाल व बदसूरत विद्यालय है जहां समस्याओं का गंभीर अंबार लगा हुआ है।ऐसे स्थिति में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।ग्रामीणों ने अधिकारियों से औचक निरीक्षण कर कार्रवाई की मांग लम्बे समय से की जा रही है।कमोवेश स्थिति शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की यही है।यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है।शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने और पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार के लिए जिला प्रशासन को ठोस रणनीति बनानी होगी।साथ ही,दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई करना और अभिभावकों के सुझावों पर ध्यान देना भी जरूरी है।शिक्षकों की गैरहाजिरी से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है,जिससे उनके परीक्षा परिणामों पर भी गंभीर असर पड़ सकता है।अभिभावकों की बढ़ती शिकायतें अभिभावकों ने भी शिक्षकों की इस लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की है।वे लगातार शिक्षा विभाग से शिकायत कर रहे हैं।शिक्षा विभाग की ओर से समय-समय पर निरीक्षण किए जाने के दावे किए जाते हैं,लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिलकुल अलग है।निरीक्षण में मिली कमियों के बाद भी सुधार की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार यादव ने कहा कि इस तरह लापरवाही पर सख्त रुख अपनाई जाएगी,जांच करके विधिक कड़ी कार्यवाही होगी।