स्वतंत्रता सेनानी पूर्व सांसद सरला भदौरिया की पुण्यतिथि मनाई गई
अंग्रेजी हुक्मरानों ने उनके पति कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया को 44 वर्ष का सश्रम कारावास दिया

मनिहारी गाजीपुर।स्थानीय क्षेत्र के एक निजी आईटीआई में स्वतंत्रता सेनानी पूर्व सांसद सरला भदौरिया की पुण्यतिथि के अवसर पर एक विचार गोष्ठी आयोजित कर उन्हें याद किया गया।आयोजित पुण्यतिथि कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी पूर्व सांसद सरला भदौरिया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए वक्ताओं ने देश की आजादी में उनके द्वारा किये गये कार्यो से युवा पीढ़ी को सीख लेने का आह्वान किया। और कहा कि इन स्वतंत्रता सेनानियों की देन है कि हम सब आज गुलामी की दास्तां से मुक्त होकर आजाद होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। इन स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करना हम सभी का परम कर्त्तव्य बनता है।समाजिक कार्यकर्ता डा.एम खालिद ने कहा कि,आज स्वतंत्रता सेनानी पूर्व सांसद सरला भदौरिया जी हमारे बीच नहीं हैं,लेकिन उनके सिद्धांत आज भी जीवंत हैं।यह गौरव की बात है कि स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में पति-पत्नी दोनों सरला भदौरिया व कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया ने मिलकर एक साथ अंग्रेजी हुक्मरानों से जंग लड़ी।सुनील यादव व बीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सरला भदौरिया ने अपने पति स्वतंत्रता सेनानी पूर्व सांसद कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया के साथ मिलकर स्वतंत्रता आंदोलन के लिए क्रांतिकारी भूमिका निभाई और अंग्रेजी सेना की यातायात व्यवस्था ठप करने और अंग्रेजी प्रशासन को उखाड़ फेंकने में पूरी ताकत झोंक दी थी। अपने पति एवं अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पुलिस थानों पर कब्जा किया और रेलवे स्टेशनों को जलाया।किसान संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव रमेश यादव ने कहा कि उनको डराने-धमकाने के लिए अंग्रेजी हुक्मरानों ने उनके पति कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया को 44 वर्ष का सश्रम कारावास दिया। एक जेल से दूसरी जेल में निरंतर स्थानांतरित करते हुए ढाई वर्ष तक लगातार हाथ-पैर में बेड़ियां डालकर रखे रहे। उन्हें 52 बार गिरफ्तार करने के बाद भी सरला भदौरिया के मनोबल को तोड़ नहीं सके। इसके बाद भी उन्होंने आजादी की जंग पूरी ताकत, जोश, कुर्बानी के जज्बे से सराबोर होकर लड़ी।इस अवसर पर देवकरन सिंह यादव,मु.इकराम, बीरेंद्र यादव,अभय कुमार,दिनेश यादव,विष्णु गुप्ता,अमित यादव, सोभनाथ भारतीय,भानू प्रताप यादव,भोला बनवासी आदि उपस्थित थे।अध्यक्षता मोती यादव एवं संचालन रामाश्रय सिंह चौहान ने किया।