सभी महिला प्रधान अपने दायित्वों को समझे और स्वयं ग्राम पंचायत के कार्यों का संपादन करें
पुरुष को ये नहीं समझना चाहिए कि महिलाएं चूल्हा चौका के अलावा कोई कार्य नहीं कर सकती है
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मरदह गाजीपुर।स्थानीय विकास सभागार में उपनिदेशक (पंचायत) वाराणसी मंडल के तत्वाधान में दो दिवसीय महिला ग्राम प्रधान का प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।जिसमें मरदह,कासीमाबाद,बिरनो ब्लाक के 69 महिला ग्राम प्रधान का नेतृत्व क्षमता,संचार कौशल और लैंगिक समानता विषय पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया।मास्टर ट्रेनर सुनील सिंह वरिष्ठ फैकल्टी सह प्रबंधक डीपीआरसी चंदौली,शशि कुमार, कल्पना शर्मा ने प्रशिक्षण में पंचायती राज व्यवस्था,ग्राम सभा,ग्राम पंचायत का गठन,प्रधान की भूमिका और दायित्व,ग्राम प्रधान को पद से हटाने की प्रक्रिया,सतत विकास लक्ष्य,जेंडर,लिंग आधारित भेद भाव पर प्रशिक्षित किया।प्रशिक्षण के प्रथम दिवस का शुभारंभ मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख सीता सिंह दीप प्रज्जवलित कर किया तथा अपने संबोधन में कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में केन्द्र व प्रदेश सरकार मिशन शक्ति,नारी सुरक्षा,नारी सम्मान,नारी स्वावलंबन के कृत संकल्पित है,महिला प्रधानों को उत्साहित करते हुए कहा कि पुरुष को ये नहीं समझना चाहिए कि महिलाएं चूल्हा चौका के अलावा कोई कार्य नहीं कर सकती है बल्कि समय बदल गया है अब महिलाएं सभी कार्य कर रही और पुरुषों से बेहतर कर रही है।महिला जनप्रतिनिधिओं के अधिकारों के बोध के लिए पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान द्वारा यह कदम सराहनीय है।खंड विकास अधिकारी अनुराग राय ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी अपने दायित्वों को समझे और स्वयं ग्राम पंचायत के कार्यों का संपादन करें जिससे हमारा देश विकसित राष्ट्र की श्रेणी में प्रथम स्थान हासिल करें।इस मौके पर एडीओ प्रभाकर पाण्डेय,भूपेंद्र कुमार सिंह,अशोक कुमार,विनय प्रकाश राय,विनित राय आदि मौजूद रहे।