रात भर अंधेरे में डूबे रहे 110 गांव,मोबाइल संचालकों को करना पड़ा कठिनाइयों का सामना
110 गांवों की 5 लाख से ऊपर की आबादी रही काफी प्रभावित
गाजीपुर।रविवार की रात 8.30 बजे से सोमवार की दोपहर 12.30 बजे तक लगातार 15 घंटे बिजली गुल रहने से मची रही हाहाकार।विद्युत आपूर्ति बाधित होने से मरदह व पृथ्वीपुर सब स्टेशन से जुड़े 110 गांवों की 5 लाख से ऊपर की आबादी रही काफी प्रभावित।कड़कड़ाती ठंड में लोग पूरे समय बिजली को लेकर बिलबिलाते हुए दिखे।मालूम हो की रविवार की शाम जब लोग अपने अपने घरों में ठंड के कारण दुबके थे कि इसी बीच लाइट गुल हो गई।जो दूसरे दिन सोमवार की दोपहर वापस लौटी तब लोगों ने राहत की सांस ली।मालूम हो कि रविवार की रात में बढ़ुआ गोदाम मऊ से आने वाली 33 हजार बोल्टेज की विद्युत आपूर्ति टेक्निकल खराबी के कारण अचानक ठप हो गई।कर्मचारियों ने आपूर्ति बहाल करने के लिए घंटों प्रयास किया लेकिन विफल रहे।पावर ग्रिड स्टेशन से बिजली ब्रेकडाउन में डाल दी गई।सोमवार की सुबह मरम्मत शुरू किया जो लगभग 6 घंटे तक चला। दोपहर 12.30 बजे को आपूर्ति सुचारू रूप से चालू हो सकी।15 घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रहने से क्षेत्र के रानीपुर,पारा,चौराबोझ, नसीरुद्दीनपुर,उच्चौर,पृथ्वीपुर,सराय मुबारक,इंदौर,खजूरगांव,मड़ही,तेतपुरा,फेफरा,हरहरी,बरेन्दा,
बसवारी,बहतुरा,पड़िता,हैदरगंज,कैथवली,कंसहरी,मरदह,
डोड़सर,कोदई,गोविन्दपुर,दुर्खुशी,महेगवां,नरवर,मटेंहू, बोगना, पलहीपुर,मलेठी,तरक्षा,टिसौरी,गांई,चंवर,घरिहां,गांव रातभर अंधेरे में डूबे रहे वही दूसरी ओर घरों व दुकानों में बिजली उपकरण जहां शो पीस बने रहे।वही दूसरी ओर व्यवसायिक प्रतिष्ठान व कार्यालयों,पर भी खासा प्रभाव पड़ा।सबसे ज्यादा मोबाइल संचालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा अधिकांशत मोबाइल फोन बंद पाएं गये।इस सबंध में बिजली निगम के जेई अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र के भैंसही नदी के पास 33 हजार हाईटेंशन विद्युत पोल पर इन्सुलेटर जल गया एवं अन्य खराबी को दुरुस्त करके विद्युत आपूर्ति बहाल की गयी।