सनातन धर्म,संस्कृति,सभ्यता,और परंपरा के विस्तार एवं संरक्षण के लिए संकल्पित
महाराज जी द्वारा दशों आयोजको एवम सह-आयोजको का किया सम्मान

मऊ।रामायणम परिवार,जनपद इकाई,मऊ के तत्वधान में संकल्पित एवम आयोजित दिव्य और भव्य नव-दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा आचार्य शान्तनु जी महाराज के मुखारबिंद से रविवार देर शाम को समाप्त हो गया, इस आयोजन में लगभग 15 यजमान परिवार के साथ साथ हजारो लोगो ने भक्तिमय रसपान किया, कार्यक्रम के नौवें दिन श्री सुन्दरकाण्ड की चौपाइयों के साथ पंडाल हनुमान जी की विशेषता का गुड़गान किया तत्पश्चात एक एक कर हनुमत मिलन, सीताहरण, जटायु मरण, लंकादहन, लंका पुल निर्माण, रावण दहन और अयोध्या आगमन के उपरांत श्री राम के राज्याभिषेक की तैयारी के साथ ही महाआरती के साथ समापन किया गया, कार्यक्रम के अंत मे महाराज जी द्वारा शशि भूषण, सौरभ, प्रशांत, निर्भय, संदीप, निखिल, शैलेन्द्र, अंकित, विजय, सूर्यांश, नीलम समेत सहयोजक राहुल तिवारी, अखण्ड प्रकाश पाण्डेय,दिलीप पाण्डेय,दीपू, चित्रांश, एवम अन्य आयोजको को माला एवम श्री राम चन्द्र की मूर्ति प्रदान कर उनका अभिवादन किया और कहा आज के युग मे नौजवनो का भगवान के प्रति भक्तिमय भावना और ऐसे अनुष्ठानों को भव्यता के साथ पूर्ण करना समाज के लिए शुभ संकेत है, सनातन धर्म को जोत जलाए रखने के लिए निरंतर ऐसे आयोजन कराए जाने चाहिए, कार्यक्रम के आखरी दौर में रामायणम् परिवार, मऊ के सभी सदस्यों ने महाराज जी एवम उनके व्यास पीठ की भव्य विदाई की, जिससे सभी लोग अभिभूत हैं। अंतिम दिन के मुख्य यजमान सुनील कुमार पाण्डेय,निखिल सर्राफ, एवं नीलम सर्राफ थीं।