नरही वसूली कांड:जमीन के कारोबार में अवैध कमाई खपाता था पन्नेलाल
नरही वसूली कांड:जमीन के कारोबार में अवैध कमाई खपाता था पन्नेलाल

लखनऊ,गोरखपुर सहित अन्य महानगरों में जमीन सहित अन्य रीसेल होने वाले कारोबार में निवेश किया है।
बलिया।नरही वसूली कांड का मुख्य आरोपी पन्ने लाल महंगी गाड़ी व मोबाइल का शौकीन था। ट्रकों व तस्करों से की गई वसूली से उसने लखनऊ, गोरखपुर सहित अन्य महानगरों में जमीन सहित अन्य रीसेल होने वाले कारोबार में निवेश किया है।सूत्रों के अनुसार महानगरों में इसके नजदीकी व दोस्तों के नाम से कई कीमती भूखंड व मकान होने की आशंका है। पन्नेलाल इतना शातिर था कि वह कभी अपने व परिवार के नाम से आय से ज्यादा की खरीदारी नहीं करता था। यही कारण है कि प्राथमिक जांच में उसके खिलाफ पुलिस के हाथ ठोस सबूत नहीं लगे।शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नरही वसूली कांड की जांच विजिलेंस को सौंपी है। गोरखपुर विजिलेंस पूरे वसूली कांड की जांच पड़ताल कर रही है।जांच में विजिलेंस को पन्नेलाल की अकूत कमाई तक पहुंचने का,सुराग हाथ लग गया है। इस मामले में थानाध्यक्ष पन्नेलाल, कोरंटाडीह चौकी प्रभारी राजेश प्रभाकर सहित 32 लोग जेल में है।तमाम प्रयासों के बावजूद अब तक जमानत नहीं मिल सकी है। नरही वसूली कांड की विवेचना करने वाले अपर पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनंत शेखर ने बताया कि पन्नेलाल अवैध कमाई से मिले धन को भविष्य में कभी भी रीसेल होने वाले कारोबार में लगाता था।विभागीय सूत्रों के अनुसार उसकी अवैध कमाई प्रॉपर्टी में लगी है। इसे 10-20 वर्ष बाद भी बेचने पर तीन से चार गुना धन मिलेगा। उसे हमेशा आशंका रहती थी कि कभी न कभी कार्रवाई की जद में आएगा। एएसपी अनंत शेखर ने बताया की प्रदेश में उसके तथा उसके परिजनों के नाम पर जमीन, मकान होने की जानकारी के लिए प्रदेश स्तर पर सभी जिला मुख्यालय को पत्र भेजकर जानकारी मांगी थी।इसमें पुलिस को काफी कुछ जानकारी मिली है।