ग़ाज़ीपुर
राम की बाल लीला की कथा का रसपान कर श्रोता हुए भाव विभोर
लीला पर आधारित मधुर गीतों का गायन कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबा दिया


दिलदारनगर गाजीपुर।भगवान शिव के पवित्र धाम कैलाश मानसरोवर की मुक्ति आंदोलन समिति की ओर से नगर के आदर्श इंटर कालेज के खेल मैदान में आयोजित रामकथा में श्रीराम की बाल लीला का वर्णन हुआ।प्रसंग सुनकर श्रद्धालुओं भाव विभोर हो उठे इससे माहौल भक्ति मय बना रहा।प्रवचन करते हुए कथा वाचक शांतनु महराज ने बताया कि प्रभु रामचंद्र ने बाल क्रीड़ा से समस्त नगरवासियों को सुख शांति का संदेश दिया।माता कौशल्या ने जब श्री राम को स्नान कराया और श्रृंगार करके पालने पर लिटा दिया। इसके बाद माता पूजा के स्थान पर लौट आई तो वहां आने पर पुत्र को भोजन करते देखा।माता भयभीत होकर पालने के पास गई तो वहां बालक को सोते हुए देखा।फिर देखा कि वही पुत्र वहां भोजन कर रहा है। वह सोचने लगीं कि यहां और वहां मैंने दो बालक देखे।यह मेरी बुद्धि का भ्रम है या और कोई विशेष कारण।प्रभु श्री राम माता को घबराया देखकर उनको अपना अखंड अद्भुत रूप दिखाया।जिसके एक-एक रोम में करोड़ों ब्रह्मांड लगे हुए हैं।माता को आश्चर्यचकित देखकर श्रीराम फिर बाल रूप में हो गए। अद्भुत बाल लीला को देखने के लिए भगवान शिव ने राम के बाल रूप का दर्शन करने ज्योतिषी का वेश धारण कर आए।कथा में श्रीराम जन्म और भगवान राम की बाल-लीला पर आधारित मधुर गीतों का गायन कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबा दिया।ठंड के बाबजूद भी सैकड़ों संख्या में महिला पुरुष व बच्चे संगीत मय राम कथा को सुनने के लिएकथा स्थल पर भीड़ जुटी रही। श्रीराम की बाल लीला सुनते ही श्रद्धालुओं ने पुष्प बरसाकर महात्मा का स्वागत किया और कथा वाचक शांतनु महाराज से शीश झुका कर आशिर्वाद लिए।इस अवसर पर समिति के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह,चंदन सिंह,शुभम श्रीवास्तव, अनूप गुप्ता,अजीत गुप्ता,दीपक वर्मा,रजनीकांत गुप्ता,दीपक गुप्ता,शशिकांत,नमन सिंह,नन्दकुमार वर्मा,दिनेश प्रधान, विनोद वर्मा,लखन जायसवाल,विशाल जायसवाल,सदानंद साहू,आदि मौजूद रहे।
