नहीं आएं कमिश्नर साहब तो कहीं खुशी-कहीं गम का माहौल
26 अक्टूबर को तय कार्यक्रम के निरस्त होने के बाद 26 नवंबर तय था और वह भी निरस्त हो गया
मरदह गाजीपुर।कमिश्नर के नहीं आने से कहीं खुशी-कहीं गम 26 अक्टूबर को तय कार्यक्रम के निरस्त होने के बाद 26 नवंबर तय था और वह भी निरस्त हो गया।जिससे हजारों लोगों को काफी ठेस पहुंचा।वाराणसी मंडल के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के तय कार्यक्रम मंगलवार को समायाभाव में निरस्त होने के कारण जहां आयोजन कर्ताओं व ग्राम वासियों में गम की छाया दिखी वही क्षेत्रीय व जनपद स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी।मालूम हो कि विकासखंड के हरहरी गांव में बीते एक माह से कमिश्नर के प्रस्तावित दौरे को लेकर अधिकारी तैयारियों में जुटे रहे। कहीं कोई कमी ना मिले इसके लिए व्यवस्थाएं लगातार दुरूस्त की जाती रही।इसके पूर्व जिलाधिकारी आर्यका अखौरी सोमवार की देर शाम को गांव के कम्पोजिट विद्यालय हरहरी में चौपाल लगाकर योजनाओं सहित परियोजनाओं का फीडबैक लेते हुए दिशा निर्देश दिया था।तय कार्यक्रम के अनुसार मंडलायुक्त को जिला मुख्यालय से सीधे सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरदह पहुंचकर निरीक्षण करना था।जहां चिकित्सा टीम पूरी तरह मुस्तैद होकर इंतजार में जुटी रही।फिर पौराणिक सिद्धपीठ शिव मंदिर महाहर धाम में संभावित परियोजनाओं का अवलोकन व दर्शन पूजन करना था जहां मंदिर समिति अपनी तैयारी पूरी करके आगमन की प्रतिक्षा में घंटों बैठी रही।साथ ही मिनी सचिवालय हरहरी के परिसर में जन चौपाल के माध्यम से केन्द्र व प्रदेश द्वारा संचालित सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन पर बल देते हुए फीडबैक लेने की तैयारी थी।जहां पर दो दिन पूर्व से दिनों-रात तैयारियों को लेकर अधिकारी व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि जुटे रहे।टेंट,मैट,प्रकाश सहित पूरे परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया था जहां पर हजारों रूपए खर्च पड़े थे।लेकिन ऐन वक्त पर तय दूसरे कार्यक्रम के निरस्त होने के बाद आयोजन मंडल व ग्राम वासियों में जहां मायूसी छा गई।वही दूसरी ओर अधिकारियों को राहत की सांस लेते हुए आपस में खुशी व्यक्त करते देखा गया।इस संबंध में खंड विकास अधिकारी अनुराग राय ने बताया कि जिला मुख्यालय पर बैठक में कमिश्नर साहब के भाग लेने की वजह से समयाभाव में कार्यक्रम निरस्त हो गया है।कार्यक्रम के तहत विभागीय तैयारियां पूरी की गई थी।