जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने हरहरी गांव में अपने मातहतों को लगाई कड़ी फटकार
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के नेतृत्व में ‘गांव की समस्या-गांव में समाधान के ग्राम चौपाल का आयोजन
गाजीपुर।जनपद के विकासखंड मरदह में तय कार्यक्रम से दो घंटे देरी से पहुंची डीएम ने गांव में दो घंटे तक जमाया रहा डेरा।बेसिक शिक्षा विभाग व पंचायतीराज विभाग के खिलाफ दिखी नाराजगी।सोमवार की शाम चार बजे जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के नेतृत्व में ‘गांव की समस्या-गांव में समाधान के ग्राम चौपाल का आयोजन ब्लाक क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय ग्राम पंचायत हरहरी में किया गया।जिलाधिकारी ने दीप प्रज्ज्वलित एवं मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मरदह की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत सरस्वती वंदना एवं अन्य दर्जनों प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया गया जिसको दर्शकों ने खूब सराहा।चौपाल में लगभग पांच सौ ग्रामीण मौजूद रहे जहां ज़िलाधिकारी ने सरकार द्वारा संचालित योजना व्यक्तिगत शौचालय,आवास,हैंडपम्प,वृद्धा पेंशन,दिव्यांगजन पेंशन,विधवा पेंशन,राशन वितरण एवं राजस्व विभाग सम्बन्धित मामलो के सम्बंध में फीडबैक लेते हुए प्रत्येक पात्रों को योजना का लाभ दिये जाने तथा शिकायतो के निस्तारण का शक्त निर्देश मातहतों को दिया।जिलाधिकारी ने बच्चों के टीकाकारण एवं ई कवच पोर्टल पर फीडिंग एवं दवाओं की उपलब्धता की जानकारी भी ली।उन्होनें कहा कि सरकारी सस्ते गल्ले के दुकानदार फ़ूड सेफ्टी से सम्बंधित सारी नियमो का पालन करते हुए साथ साफ-सफाई का ध्यान रखे।
उन्होंने बी सी सखी से गांव में किये गए कार्याे की जानकारी ली।उन्होने मुख्य मार्ग से ग्राम हरहरी को जाने वाली सड़क को तत्काल सही कराने का निर्देश ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग का दिया।इस ग्राम चौपाल में सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचने का सत्यापन किया गया।ग्राम वासियों को खुली बैठक में सरकार द्वारा संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं की भी जानकारी दी गई।इस अवसर पर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए शासन की योजना का लाभ दिलाये जाने के संबंध में निर्देशित किया गया।उन्होने कहा कि निराश्रित,विधवा एवं वृद्धावस्था पेंशन के पात्र लाभार्थियों का चयन करते हुए पेंशन का लाभ दिलाया जायें।चौपाल में प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को अध्यापकों द्वारा दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता/स्तर के संबंध में तथा हैंडपंप रिबोर,मनरेगा आदि कार्याे के बारे में भी ग्राम वासियों से सत्यापन किया गया। बाल विकास की समीक्षा के दौरान गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण तथा पुष्टाहार वितरण तथा कोटेदार द्वारा समय से राशन बाटने एवं बिजली की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी।चौपाल के उपरान्त जिलाधिकारी ने कम्पोजित विद्यालय हरहरी में कायाकल्प योजना के तहत कराये गये कार्याे का निरीक्षण किया उस दौरान नल टंकी से पानी निकलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़े आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।सामूदायिक शौचालय की स्थिति भी संतोष जनक नही मिली,मिनी सचिवालय की भी व्यवस्था को जांचा और परखा।कहां कि किसी भी प्रकार की लापरवाही में अधिकारी सुधार लाएं।वरना उनकी जवाबदेही तय होगी।सीडीओ संतोष कुमार वैश्य ने ग्रामों मे संचालित सभी योजनाओं के बारे मे विस्तार से लोगो को अवगत कराया तथा अन्य विभागो के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं के बारे मे लोगो को जानकारी दी।इस मौके पर उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम,डिप्टी कलेक्टर ज्योति चौरसिया,जिला विकास अधिकारी सुभाषचन्द्र,परियोजना निदेशक राजेश यादव, प्रधान प्रेमलता सिंह,मृत्युंजय सिंह,बीडीओ अनुराग राय,बीईओ राजीव कुमार यादव,सीडीपीओ धनेश्वर प्रसाद,पशु चिकित्साधिकारी डॉ चन्द्रकांत सिंह, चिकित्साधिकारी डॉ अवधेश प्रसाद,आशुतोष चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।जिलाधिकारी आर्यका आखौरी का पारा तब चढ़ गया जब चौपाल कार्यक्रम के बाद परिसर में ही स्थित कंपोजिट विद्यालय का शौचालय निरीक्षण करने पहुंची इस दौरान नलों में पानी नहीं आ रहा था जब की नल भी ठीक ठाक नहीं थे शौचालय की खराब स्थिति देख डीएम साहिबा विभाग पर काफी बिफर पड़ी कहा तत्काल इन्हें ठीक करवाइए मैं दोबारा निरीक्षण करने आऊंगी।गांव में बने सामुदायिक शौचालय का भी डीएम ने निरीक्षण किया जो बहुत संतोषजनक हालत में नहीं था।