कॉलेज का यह स्वर्ण जयंती वर्ष उसकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है:शिवप्रताप शुक्ला राज्यपाल
सुभाष इंटर कॉलेज घरिहां को शैक्षणिक उत्कृष्टता के 50 गौरवशाली वर्ष पूरे करने के शुभ अवसर पर मैं हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं
गाजीपुर।सुभाष इंटर कॉलेज घरिहां को शैक्षणिक उत्कृष्टता के 50 गौरवशाली वर्ष पूरे करने के शुभ अवसर पर मैं हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।कॉलेज का यह स्वर्ण जयंती वर्ष उसकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.जो शिक्षा क्षेत्र में उसके महान मिशन के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।पिछले पांच दशकों में सुभाष इंटर कॉलेज ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।इसने भावी पीढ़ी को ज्ञान,मूल्यों और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना के साथ पोषित किया है।समग्र विकास, रचनात्मकता को बढ़ावा देने और नैतिक शिक्षा प्रदान करने के लिए कॉलेज का समर्पण अनुकरणीय है।मुझे यह जानकर विशेष रूप से प्रसन्नता हो रही है कि कॉलेज अपनी पत्रिका ‘सृजन’ का एक विशेष अंक प्रकाशित करके इस महत्वपूर्ण अवसर को अविस्मरणीय बना रहा है।यह पत्रिका संस्थान की समृद्ध विरासत, उपलब्धियों और दृष्टि को प्रदर्शित करने के साथ-साथ छात्रों और संकाय सदस्यों की रचनात्मकता और प्रतिभा को उजागर करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी।मुझे पूरा विश्वास है कि यह अंक कई लोगों को प्रेरित करेगा और इस प्रतिष्ठित संस्थान के अतीत,वर्तमान और भविष्य के बीच के बंधन को और मजबूत करेगा।
जैसे-जैसे कॉलेज विकास के अपने अगले चरण की ओर बढ़ रहा है. मैं निरंतर सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।सुभाष इंटर कॉलेज अपनी उत्कृष्टता की परंपरा को कायम रखे और ज्ञान का एक प्रकाश स्तंभ बना रहे,जिससे अनगिनत युवा शिक्षार्थियों का भविष्य संवरे।
उक्त बातें हिमाचल प्रदेश राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला ने बतौर अतिथि के रूप में कहां।मरदह क्षेत्र के सुभाष इण्टर कॉलेज घरिंहा में दो दिवसीय स्वर्ण जयंती महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार को धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ किया गया।जिले का प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान सुभाष इण्टर कॉलेज के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला तय कार्यक्रम के अनुसार सुबह 11 बजे पहुंचे उसके बाद नेताजी सुभाषचन्द्र बोस व विद्यालय के संस्थापक स्व.दूधनाथ सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए,स्वर्ण जयंती सभागार का उद्घाटन किया।शिक्षण संस्थान के छात्र छात्राओं के द्वारा लगाएं गये प्रर्दशनी का अवलोकन भी किया।
परिसर में राज्यपाल महोदय के राजकीय सम्मान में पुलिस के जवानों ने गार्ड आफ आनर दिया जिसकी सलामी राज्यपाल ने ली।तत्पश्चात बच्चों द्वारा राष्ट्रगान गाकर देशभक्ति भाव को जागृत किया। साथ छात्र छात्राओं ने दर्जनों प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको भाव-विभोर किया।मंच पर उपस्थित राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला व विशिष्ट अतिथि पद्मश्री प्रोफेसर आर.के.सिन्हा पूर्व कुलपति श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय कटरा जम्मू-कश्मीर व प्रोफेसर प्रभाशंकर शुक्ला कुलपति पूर्वोत्तर पर्वतीय केन्द्रीय विश्वविद्यालय शिलांग मेघालय का परिचय,स्वागत, माल्यार्पण,अंगवस्त्रम,स्मृति चिन्ह भेंट कर विद्यालय परिवार ने अभिनंदन किया।मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पा अर्चन एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन अतिथियों द्वारा किया गया।
विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी सदस्य प्रोफेसर प्रमेन्द्र सिंह ने स्वागत भाषण देते विद्यालय के वातावरण से सभी को परिचित कराया।मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि द्वारा प्रबंध तंत्र के संस्थापक सदस्य, अवकाश प्राप्त शिक्षक,कर्मचारी एवं पुरातन 15 छात्र छात्राओं को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।साथ ही साथ कालेज की स्वर्ण जयंती पत्रिका का विमोचन व नवनिर्मित स्वामी विवेकानंद स्वर्ण जयंती सभागार का लोकार्पण भी अतिथियों के द्वारा किया गया।अपने संबोधन में मुख्य अतिथि राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान के पचास वर्ष पूर्ण होना गौरव की अनूभूति कराता है।ऐसे आयोजन से समाजिक समरसता का भाव विकसित होता है जिसमें पुरातन समागम का संगम हो वहां चारों ओर विद्या की देवी मां सरस्वती वास करती है।आगे शिक्षा पद्धति व व्यवस्था को सुदृढ़ और मजबूत बनाएं रखने के लिए शिक्षकों से आवाहन किया की आप अपने जीवन को जब दूसरे के लिए जब समर्पित करें तो उस दरम्यान कोई भेदभाव ना करें,जब ऐसा माहौल किसी भी छात्र-छात्राओं को प्राप्त होगा तो वह निश्चित रूप से सशक्त और मजबूत होकर देश के विकास में योगदान देने योग्य बनकर शिक्षक समाज का मान बढ़ाने का कार्य करेगा।शिक्षा ग्रहण करना सभी लोगों का मौलिक अधिकार है,शिक्षा के माध्यम से सर्व समाज का सार्वगींण विकास और उत्थान है।सभी लोगों को इसके लिए जागरूक रहने की आवश्यकता है।आज मैं इस ग्रामीण अंचल के शिक्षण संस्थान में आकर धन्य महसूस कर रहा हूं।जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर संचालित हो रहा है।नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उन्होंने एक ऐसी फौज की स्थापना की जो इतिहास के पन्नों में अमर हो गई।जब सुभाष चंद्र बोस ने भारत की आजादी से पहले सिंगापुर में अस्थायी सरकार की स्थापना की थी।इसे ‘आजाद हिंद सरकार’ के नाम से जाना जाता है।सुभाष इण्टर कालेज से हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने शिक्षा ग्रहण करके देश के विभिन्न हिस्सों में अपने कर्तव्य का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हुए।देश के प्रगति के लिए कार्य कर रहे हैं।मै सभी लोगों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
इस मौके पर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी,पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा,प्रबंधक कलावती सिंह,प्रधानाचार्य उदयनरायण सिंह,प्रधान आशा सिंह,भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, जितेन्द्रनाथ पाण्डेय,अनुराग सिंह,डॉ सानंद सिंह,पूर्व एमएलसी केदारनाथ सिंह,भाजपा नेता मऊ अशोक कुमार सिंह,गनेश सिंह,रामतेज पाण्डेय,श्यामराज तिवारी,अविनाश सिंह मंटू,संजय राय प्रवक्ता,मुकेश कन्नौजिया,चन्द्रभान सिंह,सर्वानंद सिहं,अमरजीत सिंह,