पत्रकारों के आतंक से कराह रहा जनपद का जर्रा-जर्रा
जिलाधिकारी से शिकायत के बाद भी नही हुई कोई ठोस कार्रवाई
गाजीपुर।पत्रकार एसोसिएशन गाजीपुर ने जिलाधिकारी आर्यका अखौरी को पत्र देकर इस बात का निवेदन किया था कि ऐसे तथाकथित पत्रकारों पर कार्रवाई की जाये जो सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं जैसे अस्पताल,शिक्षण संस्था,सरकारी कर्मचारियों,और डाक्टर,प्रधान,कोटेदार, परिषदीय विद्यालय,थाना,आदि के यहां जाते हैं और उनसे पत्रकार होने का धौंस दिखाकर पैसों की वसूली करते हैं।लेकिन महीनों बाद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के वास्तविक पत्रकारिता करने वालों में कौतूहल का विषय बना हुआ है।जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने एसोसिएशन के इस पत्र का संज्ञान लेते हुए सभी कार्यालय अध्यक्षों को इससे संबंधित एक पत्र जारी कर दिया है जिसमें कहा गया है कि गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन के पत्र का संज्ञान लेते हुये ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें।गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन ने जिलाधिकारी द्वारा जारी किये इस पत्र के लिये उनको धन्यवाद दिया है।पत्रकारिता की छवि खराब करने वाले ऐसे तथाकथित पत्रकारों की वजह से वास्तविक रूप से पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों की छवि आमजन में खराब हो रही थी।एसोसिएशन के इस कदम से पत्रकारिता की छवि समाज में खराब करने वाले तथाकथित पत्रकारों में हड़कंप मचा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण आज भी इनके हौसले बुलंद हैं।जनपद के तहसील क्षेत्र सदर,मोहम्मदाबाद,कासीमाबाद,जखनियां,जमानियां, सेवराई,सैदपुर।विकासखंड बाराचंवर,कासीमाबाद,मरदह, बिरनो,सदर,मोहम्मदाबाद,भांवरकोल,मनिहारी,जखनियां, सादात,सैदपुर,करण्डा,देवकली,रेवतीपुर,भदौरा,जमानियां।तथा थाना क्षेत्र सदर कोतवाली,करंडा,जंगीपुर,बिरनो, दुल्लहपुर,मरदह,कासीमाबाद,बरेसर,नोनहरा,करीमुद्दीनपुर, मोहम्मदाबाद,भांवरकोल,महिला थाना,शादियाबाद, बहरियाबाद,भुड़कुड़ा,सादात,खानपुर,सुहवल,रेवतीपुर, रामपुर माझा,नगसर हाल्ट,गहमर,दिलदारनगर,जमानियां, नन्दगंज,सैदपुर में आज भी समाज को दिशा देने वाले पत्रकार खुद ही दिशा विहिन है।पत्रकारिता के पराकाष्ठा को धूमिल करते हुए पत्रकार बनकर और बनाकर खूब वाहवाही बटोरते हुए लूट खसोट कर रहे हैं।पत्रकारिता के आड़ में आम जन मानस को बरगलाकर लोगों को दिनदहाड़े लूट रहे है।जनपद में सात तहसील में पत्रकारों की बाड़ आ गई है।जिससे मानो स्वर्ग लोग से भगवान धरती पर पधार चुके हैं।इनकी संख्या कम से कम 400 सौ से अधिक होगी जो भगवान बनके भक्तों को भक्ति का पाठ पढ़ाकर चौथे स्तंभ को खबर के नाम पर पैसा,विज्ञापन के नाम पर बेजा पैसा,पैरवी करने के नाम पर पैसा,तबादला कराने के नाम पर पैसा असूल रहे हैं।साथ ही साथ क्षेत्रिय पत्रकारों के नाम उपयोग करते हुए धन उगाही करते फिर रहे हैं।ऐसी स्थिति में क्षेत्रीय पत्रकारों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।जो किसी ना किसी रजिस्ट्रट अखबार से जुड़े हों।कोई एक पत्रकार बनकर पूरे जिले में नहीं घूम सकता उसकी सीमाएं निर्धारित हो सकती है।पर ऐसा नहीं हो रहा है कोई संपादक तो कोई ब्यूरो चीफ बनकर पूरे जनपद की सैर करते हुए पत्रकारिता की धौंस जमा रहा है।ऐसी स्थिति में अयोग्य, अशिक्षित,असमझ रखने वाले लोग पांच सौ से लेकर पांच हजार रुपए तक नगद राशि खर्च करके पत्रकार बनकर घूम रहे हैं।अधिकांशत बेब मीडिया पोर्टल,यूट्यूब,इंस्ट्राग्राम,ट्यूटर फेसबुक पेज सहित कई प्लेटफॉर्म पर प्रत्रकारिता करने वाले अपने पत्रकारिकता की रूआब दिखा रहे है।उसके बाद भी अपना या अपने कार्यालय का पता अंकित नहीं कर रहे हैं।अगर कोई अंकित भी किया है तो किसी का पता फर्जी है।