ग़ाज़ीपुर
कूड़ा प्रबंधन केंद्र व पंचायत भवन शो पीस लाखों रुपए खाने के बाद भी,वर्षों से लटक रहा ताला जिम्मेदारों ने साधी चुप्पी
मूलभूत सुविधाओं से आज भी हजारों लोग वंचित हो रहे हैं

गाजीपुर।मरदह विकासखंड के दुर्खुर्शी गांव में आजादी के दशकों बाद भी मूलभूत सुविधाओं के ग्रामीण दर दर की ठोकरें खाने को विवश हैं।यहां पर आवास,पेंशन,आय,जाति, निवास,खसरा,खतौनी,जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र,परिवार रजिस्टर नकल सहित सभी प्रकार के सुविधाओं की आज भी दरकार है।प्रदेश व केंद्र सरकार चाहे लाख जतन कर लें परन्तु यहां इस गांव में कोई असर नहीं दिख रहा है।वर्ष 2022-23 का कुड़ा प्रबंधन निस्तारण केंद्र का निर्माण हो चुका पर वर्षों बाद भी लाखों रुपए की लागत से तैयार यह भवन शो पीस बना हुआ है जहां ताला लटक रहा है।इसके दीवार पर मोटी अक्षर में प्रधान से लेकर जिलाधिकारी का नाम अंकित है।पर भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे लोगों द्वारा कार्यदाई संस्था नाम तथा केंद्र भवन निर्माण की धनराशि अंकित नहीं की गयी जिससे यह प्रतीत होता नजर आ रहा है। यहां पर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका है।बेचारी जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है।सभी योजनाएं सिर्फ कागजों पर दौड़ रही है।जिससे प्रतिदिन ग्रामीणों को दर-दर की ठोकेरे खाने पर विवश होना पड़ रहा है।गांव में मिनी सचिवालय/ पंचायत भवन तो बना जहां पर लाखों रुपए खर्च करके लोगों को सुविधा देने की बात की गई परंतु वर्षों से लगातार सचिवालय पर ताला बंद होने से ग्रामीण काफी आहत हैं।अव्यवस्थाओं को देखकर यह बार-बार लग रहा है भाजपा कि योगी सरकार का हनक बेअसर है-बेलगाम हैं यहां के जनप्रतिनिधि और अधिकारी व कर्मचारी ही योजनाओं को पलिता लगाने में जुटे हुए हैं।इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है जांच करके विधिक कार्रवाई की जाएगी।(समाचार का शेष भाग जल्द ही अगले दिन)