समाज समता विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित सिंह के “कारनामे”लोग सोचने के लिए मजबूर
गंगा नहाकर हम सुयोग्य टीचर पाएं:प्रबंधक विक्रमा सिंह यादव
(प्रधानाचार्य अमित कुमार सिंह)गाजीपुर।मरदह विकासखंड के इस शिक्षण संस्थान के चहुंमुखी विकास के लिए कृत संकल्पित है विद्यालय के प्रधानाचार्य।मालूम हो कि ब्लाक के समाज समता विद्यालय सिगेंरा बेलसड़ी में प्रधानाचार्य ने कक्षा 6,7,8 में पंजीकृत 150 छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए डेक्स ब्रेंच की उचित व्यवस्था अपने निजी मद् से करके शिक्षा क्षेत्र में नेक कार्य के तहत एक संदेश देने का कार्य।जिसकी दो वर्ष अत्यंत आवश्यकता थी।मालूम हो प्रधानाचार्य अमित कुमार सिंह विद्यालय में कई वर्षो से तैनात हैं।अपने नियुक्ति के बाद इन्होंने विद्यालय की दयनीय स्थिति को देखते हुए यह तय किया की छात्रा-छात्राओं के बेहत्तरी के लिए जो भी अड़चनें व रूकावटें उत्पन्न होगी उसे आपसी सामंजस्य से दूर करके
विद्यालय की एक अगल रूप रेखा को बनाने का प्रयास किया जाएगा।जिसके क्रम में सर्वप्रथम उन्होने अपने वेतन से स्टाप कक्ष,क्लास रूम,पेंटिंग,फर्श का मरम्मत कराकर विद्यार्थियों को एक सुलभ सुन्दर वातावरण देकर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत व पठन-पाठन को सुदृढ़ बनाने का सार्थक प्रयास किया।जिसमें सभी शिक्षकों सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने भी सहभागिता सुनिश्चित किया। तत्पश्चात प्रधानाचार्य ने एक और बीड़ा उठाते हुए विद्यालय कक्ष में टूटे फूटे डेक्स ब्रेंच का मरम्मत कराते हुए।लगभग साठ हजार रुपए की लागत से छात्र-छात्राओं को बैठ कर शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से 25 नये डेक्स ब्रेन्च का भी इस सत्र में इंतजाम कराया।इस दौरान बातचीत में प्रधानाचार्य अमित कुमार सिंह कहां कि शिक्षा उस शेरनी का दूध है जिसे अगर जो पिऐगा वह शेर की तरह दहाड़ेगा।स्कूल या पाठशाला वह स्थान है जहाँ शिक्षा ग्रहण की जाती है।विद्यालय एक ऐसी संस्था है,जहाँ विद्यार्थियों के शारीरिक,मानसिक,बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है।अगर मुझे अपना पूरा जीवन भी बच्चो की सेवा करने का मौका मिला तो मैं अपने को बहुत धन्य समझूंगा।विद्यालय के लिए मुझे जो भी करना होगा वह किया जाएगा।मेरे इस सोच के पीछे हमारे अभिभावक दिनेश सिंह है।इनके प्रेरणा और सहयोग से हम निरंतर मजबूती से अग्रसर है।विद्यालय की छात्रा अमृता राजभर सहित कई छात्र- छात्राओं ने बताया कि प्रधानाचार्य सर बहुत अच्छे है।पढ़ाई से लेकर उनके अच्छे विचारों का हम सभी आत्मसात करते हैं।यह हमारे माता-पिता की तरह स्नेह और प्यार आर्शीवाद देते हैं।
(प्रबंधक विक्रमा सिंह यादव व समाजसेवी दिनेश सिंह) इस संबंध में संस्थान के प्रबंधक विक्रमा सिंह यादव ने कहा कि जैसे औरतें कहती हैं कि मैंने गंगा नहाकर अच्छा पति पाया है।ठीक उसी प्रकार हमने भी माना लिया की गंगा नहाकर सभी सुयोग्य टीचर पा लिया है।ऐसे में अमित कुमार सिंह जैसा प्रधानाचार्य हर शिक्षण संस्थान में होने चाहिए जिससे शिक्षा में आ रही गिरावट को रोका जा सकता है।ऐसी सोच रखने वाले अध्यापक बहुत कम मिलते हैं।ऐसे शिक्षक जिससे हमारे समाज और हम लोगों को काफी प्रेरणादायक होते हैं।यह ऐसे अध्यापक है जिनका कार्य सराहनीय है।ऐसे पुनीत कार्य करके यह अपने जीवन में आगे बढ़ते रहें।इस मौके अनील यादव,मनोज यादव,पिंकी यादव,सुष्मिता यादव,महेश सिंह,रामाक्षय कुशवाहा आदि मौजूद रहे।