ग़ाज़ीपुर

रेल पटरी पर लकडी का बोटा रखने वाले गिरफ्तार

लकडी का बोटा के साथ अभियुक्त गिरफ्तार

गाजीपुर।थाना कोतवाली व रेलवे पुलिस बल तथा राजकीय रेलवे पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मु0अ0सं0 456/2024 धारा 125,285 बी0एन0एस व 150,153 रेलवे एक्ट1989 से सम्बन्धित 01 नफर अभियुक्त को एक अदद लकडी का बोटा के साथ गिरफ्तार किया गया।अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत दिनांक *16.09.2024* को श्री निशान्त कुमार सिंह पुत्र कन्हैया लाल सिंह (जेई/ पीवे/ गाजीपुर सीटी ) निवासी चौजाखास थाना भुडकुडा जनपद गाजीपुर के प्रार्थना पत्र दिनांक 16.09.2024 को गाड़ी संख्या 12561 अप स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस गाजीपुर घाट स्टेशन से गाजीपुर सीटी स्टेशन के लिए आ रही थी कि जमानिया रेलवे ओबर ब्रिज के नीचे कि0मी0 सं0 126/31-33 के मध्य गाडी के चालक द्वारा गार्ड रेल व रनिंग रेल लाईन के मध्य एक लकड़ी का टुकडा खड़े अवस्था मे देख इमरजेन्सी ब्रेक लगाने के बाद भी उक्त लकड़ी के टुकड़ा इंजन मे फँसकर रगड़ खाते हुए करीब 400 मीटर आगे तक चले जाने के सम्बन्ध मे थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 456/2024 धारा 125,285 बी0एन0एस0 व 150,153 रेलवे एक्ट 1989 पंजीकृत किया गया था जिसमे आज दिनांक *18.09.2024* को *जमानियाँ रजागंज रोड रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे से आशीष गुप्ता पुत्र कालिका प्रसाद गुप्ता निवासी सुहवल थाना सुहवल जनपद गाजीपुर उम्र करीब 42 वर्ष* को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तारशुदा अभियुक्त के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है
*गिरफ्तारशुदा अभियुक्त का नाम व पता*
*1* .आशीष गुप्ता पुत्र कालिका प्रसाद गुप्ता नि0 सुहवल थाना सुहवल जनपद गाजीपुर उम्र करीब 42 वर्ष ।
*पूछताछ का विवरण*
पूछताछ से अभियुक्त आशीष गुप्ता उपरोक्त द्वारा बताया गया कि मेरी पत्नी मुझे छोड़ कर बच्चो के साथ 04 वर्ष से अपने मायके में रह रही है । मेरी कोई बात नही सुन रही है । मैं इधर उधर घूम फिर कर नशा करके अपना जीवन व्यतीत कर रहा हूँ । अक्सर मैं नशा करने के लिए एकान्त स्थान होने के कारण पुल के नीचे ही आता हूँ । कही अन्य जगह पर नही जाता हूँ क्योकि अन्य जगह जाने पर लोग चोर-चोर कहकर दौड़ा लेते हैं । पत्नी के न आने के कारण मुझे रात भर नींद नहीं आती है । मै दिनांक 16.09.24 को भी रात्रि में मैं यही पुल के नीचे आया था और रेलवे ट्रैक पर लकड़ी रखकर बैठा था लेकिन मुझे याद नही है कि मै उस लकड़ी को यहां से लेकर गया था कि नहीं । यह पूछने पर की लकड़ी कहां से और क्यूँ लेकर आते हो तो बता रहा है कि पुल के उपर रोड पर लकड़ियाँ पड़ी है उसी में से एक लकड़ी मै पुल के नीचे आने पर उठा लेता हूँ कि किसी कीड़ा मकौड़ा के आने पर मैं उसको मार सकूँ । उस दिन भी मैं कीड़ा मकौड़ा मारने के लिए लकड़ी का एक फन्टा लिया हुआ था । यह पूछने पर कि तुम्हारे इस लकड़ी फन्टा के कारण स्वतंन्त्रता सेनानी ट्रेन का इंजन फेल हो गया था तो बता रहा है कि मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी है । अब भविष्य में ऐसी गलती नही होगी ।
*बरामदगी–*
*1.* एक अदद लकड़ी का बोटा व एक अदद चिलम
*आपराधिक इतिहास –*
*1.* मु0अ0सं0-456/2024 धारा 125,285 बी0एन0एस0 व 150,153 रेलवे एक्ट 1989 थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर
*गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीमः-*
*1* .प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मय टीम जनपद गाजीपुर ।
*2* .रेलवे पुलिस बल मय टीम जनपद गाजीपुर ।
*3* .राजकीय रेलवे पुलिस मय टीम जनपद गाजीपुर ।

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