जन्म मृत्यु के बीच का कर्म ही धरती पर हमारी सार्थकता सिद्ध करता है:महामंडलेश्वर
ब्रह्माण्ड में अगर दिन है तो रात है,प्रकाश है तो अंधेरा है।ठीक उसी प्रकार जन्म है तो मृत्यु भी है।
जखनियां गाजीपुर।ब्रह्माण्ड में अगर दिन है तो रात है,प्रकाश है तो अंधेरा है।ठीक उसी प्रकार जन्म है तो मृत्यु भी है।इस धरती पर अगर किसी का जन्म हुआ है तो उसकी मृत्यु भी सुनिश्चित है। जीवन मरण के बीच के दौर में उसके द्वारा किए गए कार्य ही उसकी सार्थकता या निरर्थक सिद्ध करते हैं। ऐसे में हमें अपने जीवन में हमेशा सद्कर्म करने चाहिए जिससे हमारे जीवन की सार्थकता बनी रहे। उपरोक्त बातें सिद्धपीठ हथियाराम मठ पीठाधीश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने सिद्धपीठ पर आयोजित अपने आविर्भाव दिवस के अवसर पर श्रद्धालुओ को संबोधित करते हुए कहा।बुधवार को राधाअष्टमी तिथि पर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति का जन्मदिवस मनाया गया। जिसमें देश के कोने कोने से सिद्धपीठ से जुड़े से श्रद्धालु अपने गुरु जी का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद लेने उपस्थित रहे। शिष्य को संबोधित करते हुए उन्होंने कहाकि वर्ष के 365 दिन मैं लोगों को आशीर्वाद देता हूं। लेकिन यह एक दिन ऐसा होता जिस दिन मुझे आशीर्वाद की आवश्यकता है। ऐसे में मैं अपने सभी से श्रद्धालुओं से निवेदन करता हूं कि मुझे ऐसा आशीर्वाद प्रदान करें मैं जीवन पर्यंत धर्म, सनातन, लोकहित, सद्भाव व परमार्थ के कार्य करता रहूं। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस समीम अहमद में कहाकि सिद्धपीठ की माटी चंदन के समान है। जीवन की कोई भी समस्या बुढ़िया माई के दर्शन मात्र से निदान की ओर चला जाता है। सच्चे श्रद्धा से सर झुकाने वाला कभी निराश नहीं होता है। अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय सिंह ने कहाकि सनातन संस्कृति की थाती सहेजे हुए यह पीठ श्रद्धालुओं के लिए एक आस्था का केंद्र बना है। जिसकी ख्याति देश के कोने कोने में फैली है। इस सिद्धपीठ पर एकता, समानता, अखंडता का संदेश दिया जाता है। जो मानव कल्याण में निहित है। वक्ताओ के क्रम में डीआईजी वाराणसी डॉ ओमप्रकाश सिंह, भारत की प्रथम विमानन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर वी एन सिंह, पुलिस अधीक्षक डा ई राज, पंचकर्म आयुर्वेद चिकित्सा विभाग अध्यक्ष डॉ जेपी सिंह, डॉ संतोष यादव, डॉ अखण्ड राय, विश्वनाथ मंदिर ट्रस्टी पंडित प्रसाद दीक्षित, डॉ रत्नाकर त्रिपाठी, डॉ मंगला सिंह, जिला धिकारी आर्यका अखौरी शामिल रहे।
इस अवसर को प्रमुख रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, रमेश सिंह पप्पू, रजनीश राय, झारखंड राय, डॉ ऋतु गर्ग, डॉ संजय गर्ग, विजय शंकर राय, वरुण सिंह, विपिन सिंह, दीक्षा दुबे, अंजना यादव, वंदना यादव, शिवानंद झुन्ना शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ सानंद सिंह ने किया।
-पुलिस अधीक्षक डॉ ई राज का मना जन्मदिन
गाजीपुर। सिद्धपीठ पर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज का आविर्भाव दिवस मनाया जा रहा था। इस अवसर पर तमाम गणमान्य सिद्धपीठ पर पहुंचे थे। जहां डीआईजी वाराणसी डॉ ओमप्रकाश सिंह व जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के पुलिस अधीक्षक डॉ ई राज भी पहुंचे। जहां पता चला कि आज ही गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक का भी जन्मदिवस था। तत्काल उसी मंच पर महामंडलेश्वर जी के निर्देश पर वैदिक विद्वानों द्वारा मंत्र चारण कर पुलिस अधीक्षक डॉ ई राज का जन्मदिवस मनाया गया।
-हथियाराम मठ पर होगा आयोजित राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप
गाजीपुर। सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप प्रतियोगिता आयोजन कराया जाएगा।सिद्धपीठ पीठाधीश्वर के आविर्भाव दिवस पर पहुंचे अखिल भारतीय राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय सिंह ने कहा कि समूचा क्षेत्र कुश्ती व पहलवानी के लिए प्रख्यात रहा। गाजीपुर के पहलवान मंगला राय सहित पहलवानों की बड़ी जमात रही है। लेकिन अजीब विडंबना रही कि बीच में यहां की कुश्ती हरियाणा पंजाब की ओर चला गया। आज पुनः इस क्षेत्र में कुश्ती व पहलवानों के दिन वापस लाने के तैयारी शुरू हो गई है। फेडरेशन द्वारा सारी तैयारी पूर्ण कर शीघ्र ही राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप प्रतियोगिता के तिथि की घोषणा की जाएगी।