कोटे की दुकानों को संचालित करने के लिए एक वर्ष से बन रहा अन्नपूर्णा भवन
हालांकि अभी तक 30 ग्राम पंचायतों में ही यह भवन बनकर तैयार हो सके

गाजीपुर।जिले की कोटे की दुकानों को संचालित करने के लिए एक वर्ष से अन्नपूर्णा भवन बनाया जा रहा है।अब कोटेदार अपने घर एवं किराये की दुकान से राशन का वितरण नहीं करेगा।हालांकि अभी तक 30 ग्राम पंचायतों में ही यह भवन बनकर तैयार हो सके हैं।जबकि दिसंबर तक विभिन्न ब्लॉकों के 75 ग्राम पंचायतों में भवन बनना है। अभी 45 ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन बन रहा है। जल्द ही इसमें सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानें संचालित होने लगेंगी।
जिले में अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी के 627568 कार्डधारक हैं। इनमें 59537 अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी के 568031 कार्डधारक हैं। इनको खाद्यान्न का वितरण करने के लिए 1607 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान हैं। इनमें 90 नगरीय क्षेत्रों में हैं जबकि शेष ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हैं। सभी दुकानों को एक निश्चित स्थान से संचालित करने के लिए अन्नपूर्णा भवन का निर्माण होना है।सभी सोलह विकासखंडों के 75 ग्राम पंचायतों में ये भवन बनने हैं।इनमें कासिमाबाद, जमानिया,भदौरा में सात-सात,जखनिया,सादात पांच-पांच, मनिहारी,सैदपुर,देवकली,मरदह,करंडा,मुहम्मदाबाद एवं भांवरकोल में चार-चार अन्नपूर्णा भवन बनने हैं।इसके अलावा सदर, बिरनो दो-दो, बाराचवर, रेवतीपुर ब्लाक में छह-छह ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन का निर्माण कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक कोटेदार अपने घर एवं किराये की दुकान लेकर राशन का वितरण करते हैं। इन दुकानों में जगह कम होती है जहां राशनकार्ड धारक बैठ सकें। कार्डधारकों को दुकान के बाहर खड़े होकर राशन लेना पड़ता है। कोटे की दुकान निलंबित या निरस्त भले हो जाएगी, लेकिन खाद्यान्न अब वहीं दूसरे कोटेदार को भी बांटना होगा। ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत अन्नपूर्णा भवन का निर्माण कराना है। एक भवन के निर्माण में करीब साढ़े आठ लाख रुपये खर्च हो रहा है। एक वर्ष में अब तक 30 भवन ही बनकर तैयार हो सके हैं। शेष का निर्माण चल रहा है।इस संबंध में अनंत प्रताप सिंह जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि अन्नपूर्णा भवन में कोटेदार राशन भंडारण के साथ सीएससी (कम्युनिटी सर्विस सेंटर) का भी संचालन कर सकेंगे। इसके साथ ही कोटेदार उन दैनिक उपयोग की वस्तुओं का भी विक्रय कर सकेंगे जिनकी अनुमति शासन से प्राप्त है।इसका लाभ गरीब जनता को मिलेगा।