संघ प्रमुख को जान का खतरा,गृह मंत्रालय ने उनके सुरक्षा घेरे को जेड प्लस से एडवांस्ड सिक्योरिटी तब्दील किया
वर्तमान समय में यह सुरक्षा सिर्फ पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ही मिली हुई है
नई दिल्ली।आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की जान के खतरे को देखते हुए आईबी ने अलर्ट जारी किया है। इसके बाद उनके सुरक्षा में वृद्धि का निर्णय लिया गया है अभी तक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा प्रदान की गई जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा संघ प्रमुख के पास थी.* आईबी ने भेजा था खतरा अलर्ट*रिपोर्ट के अनुसार, आईबी ने मोहन भागवत को एक खतरा अलर्ट भेजा था, जिसके बाद यह सुरक्षा बढ़ाई गई है. नई सुरक्षा के बाद CISF की टीम पहले से ही उस स्थान पर होगी जहां मोहन भागवत जाएंगे. फिलहाल उनकी सुरक्षा में 58 कमांडो क्लॉक वाइज तैनात रहेंगे. बता दें कि ASL स्तर की सुरक्षा प्राप्त करने वाले व्यक्ति की सुरक्षा से संबंधित जानकारी के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य स्थानीय निकायों का सहयोग अनिवार्य है. इसमें बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होता है. साथ ही चॉपर यात्रा केवल विशेष रूप से बनाए गए हेलीकॉप्टरों में की जा सकती है. इसके लिए अलग-अलग प्रोटोकॉल हैं.*गृह मंत्रालय के आदेश पर हुई कार्रवाई*सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय को कुछ राज्यों में भागवत की सुरक्षा में कमी की सूचना मिली थी. इसके बाद नए सुरक्षा प्रोटोकॉल बनाए गए और उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई.माना जाता है कि,कई भारत विरोधी संगठनों ने उन्हें निशाने पर रखा है.गृह मंत्रालय ने बढ़ती चिंता और कई एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद भागवत को एएसएल सुरक्षा देने का निर्णय लिया है. साथ ही सुरक्षा को बढ़ाने के बारे में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जानकारी दे दी गयी है।