भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत परमाणु सबमरीन INS अरिघात नौसेना में शामिल
चीन और पाकिस्तान दोनो को भारत टक्कर देने मे हो गया सक्षम
नई दिल्ली।परमाणु बंम से लैस इस पनडुब्बी जिसकी मारक क्षमता 750 किलोमीटर है। इसको आज नौसेना मे शामिल किया गया है।. इसे दुश्मन का काल कहा जा रहा है. कहा जा रहा है कि इसके समंदर में उतरते ही भारत की ताकत कई गुना बढ़ गई । इसको लेकर पाकिस्तान और चीन में खलबली मची हुई है. बता दें कि यह पनडुब्बी परमाणु बम से लैस है और इसकी मारक क्षमता 750 किलोमीटर की है. समंदर में उतारे जाने के दौरान वहां रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे।
*क्या है खासियत*?…
गौरतलब है कि यह पनडुब्बी सौर ऊर्जा से चलने वाली है जो पानी में चार महीने से अधिक समय तक रह सकती है. इतना ही नहीं इससे पहले भारत के पास एक ऐसे पनडुब्बी है जो दुशमनों को पता लगे बिना ही उनपर हमला कर सकती है. सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह पनडुब्बी K-15 मिसाइलों से लैस है. इसकी लंबाई और चौड़ाई भारत के पास पहले से मौजूद INS अरिहंत के सामान है. इस पनडुब्बी की लंबाई 111.6 और चौड़ाई 11 मीटर तथा इसकी ऊंचाई 9.5 मीटर है. खास बात यह है कि यह हवा, जमीन और समुद्र में दुश्मनों का खात्मा कर सकती है.
*पहली पनडुब्बियों से अलग है INS अरिघात*
बता दें कि INS अरिघात भारत के पास पहले से मौजूद पनडुब्बियों से अलग है क्योंकि भारत के पास जो अभी पनडुब्बियां है वह डीजल- इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां हैं लेकिन यह सौर ऊर्जा संचालित है. पहली की पनडुब्बियों को बैटरी को चार्ज करने और ऑक्सीजन लेने के लिए हर दूसरे दिन सतह पर आना पड़ता है. दूसरी ओर यह पनडुब्बी लाइट वाटर के रिएक्टरों से संचालित होती है जिसके चलते यह कई महीनों तक पानी के नीचे रह सकती है.
*जल्द आएगा INS अरिदमन*
गौरतलब है कि भारत इस तरह की तीन पनडुब्बियां बना रहा है. इसमें से आज एक सेना में शामिल हो जाएगी . आईएनएस अरिदमन, 3500 किलोमीटर तक मार करने वाली K-4 मिसाइलों से लैस होगी. देश की कमजोर समुद्र आधारित परमाणु क्षमता को मजबूत करने के लिए 90,000 करोड़ रुपये की लागत से चौथी SSBN का निर्माण भी किया जा रहा है. SSBN सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि उनका पता लगाना मुश्किल होता है. दुश्मन के अटैक से बचकर जवाबी हमला करने के लिए ये बेहद अहम है.
*INS अरिघात की खूबियां*…
112 मीटर लंबी न्यूक्लियर मिसाइलों से लैस है आईएनएस अरिघात.
6000 टन वजन और नए टेक्नोलॉजिकल अपग्रेड्स से तैयार.
इस पनडुब्बी में K-15 मिसाइलें लगी हैं, मारक क्षमता 750 किलोमीटर है.
पनडुब्बी में 21 इंच के छह टॉरपीडो लगे हैं.
इसमें कई टॉरपीडो ट्यूब हैं जिनका इस्तेमाल टॉरपीडो, मिसाइल या समुद्री माइंस की तैनाती में हो सकता है.
पानी के भीतर 980 से 1400 फीट की गहराई तक जा सकती है.
ये पनडुब्बी लंबे समय तक पानी में डूबी रह सकती है.
आईएनएस अरिघात में 12 के-15 सागरिका सबमैरीन लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल तैनात हैं.
इस पनडुब्बी के अंदर एक न्यूक्लियर रिएक्टर भी लगा है.
यह परमाणु ईंधन का इस्तेमाल कर इस पनडुब्बी को सतह पर 28 किमी प्रति घंटा और पानी के भीतर 44 किमी प्रति घंटा की रफ्तार देगा।