विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर आयोजित हुई गोष्ठी
विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर आयोजित हुई गोष्ठी
ग़ाज़ीपुर।विश्व स्तनपान सप्ताह जो 1 अगस्त से 7 अगस्त तक चलाया जाना है जिसको लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया ।जिसका शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देश दीपक पाल ने आज के गोष्ठी की मुख्य थीम अंतर को कम करना सभी के लिए स्तनपान सहायता है। इस गोष्ठी में स्तनपान के महत्व तथा शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी हेतु उसके प्रभाव को दृष्टिगत रखते हुए गोष्ठी में आए हुए लोगों को कई तरह की जानकारियां दी गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देश दीपक पाल ने बताया कि दुनियाभर में हर साल अगस्त महीने का पहला हफ्ता ‘वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक’ या ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ के तौर पर मनाया जाता है। इसे 1 अगस्त से 7 अगस्त तक सेलिब्रेट किया जाता है। इस सप्ताह का उद्देश्य, स्तनपान के फायदों और इसकी जरूरत के बारे में लोगों को जागरुक करना है। साथ ही, ब्रेस्टफीडिंग को नॉर्मल और सहज बनाना भी इस हफ्ते का मकसद होता है।हर साल विश्व स्तनपान सप्ताह अलग-अलग थीम पर सेलिब्रेट किया जाता है। यह थीम, वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्टफीडिंग एक्शन (डब्ल्यूएबीए) चुनती है। इस साल, इस हफ्ते का थीम, ‘क्लोजिंग द गैप- ब्रेस्टफीडिंग सपोर्ट फॉर ऑल’ है। आम भाषा में इसे समझा जाए तो ब्रेस्टफीडिंग को सभी मां के लिए आसान बनाना, इस बार इस खास हफ्ते का उद्देश्य है। ब्रेस्फीडिंग जर्नी सभी मां के लिए अलग-अलग चैलेंजेस से भरी हुई हो सकती है। इस सफर में किस तरह परिवार, समाज और हेल्थकेयर प्रोफेशनल नई मां को सपोर्ट कर सकते हैं, इसे समझना जरूरी है।इस दौरान उन्होंने स्तनपान को लेकर क्या है फायदे इसके बारे में बताया कि वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक का मकसद ब्रेस्टफीडिंग के महत्व के बारे में सबको समझना है। मां का दूध नवजात बच्चे के लिए पूरा आहार होता है। इससे बच्चों को जरूरी पोषण मिलता है। साथ ही, उनकी इम्यूनिटी विकसित होती है और कई बीमारियों से बचाव होता है। नई मां के लिए भी बच्चे को ब्रेस्टफीड करना बहुत जरूरी है। इससे पोस्टपार्टम रिकवरी जल्दी होती है और और ब्रेस्ट कैंसर से भी बचाव होता है। इस पूरे सप्ताह दुनिया भर में कई वर्कशॉप और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं ताकि ब्रेस्टफीडिंग के चैलेंजेस पर बात हो सके और इससे जुड़ी सही जानकारी दी जा सके।गोष्ठी में मुख्य रूप से डॉमनोज सिंह ,डॉ एसके मिश्रा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ,समस्त अधीक्षक प्रभारी अधिकारी ,डीसीपीएम प्रभुनाथ के साथ ही बीपीएम, बीसीपीएम उपस्थित रहे।