लटकता मिला ताला तो टहलता मिला गुरूजी का इंतजार करता मासूम बच्चा
बेपरवाह मास्टर शिक्षा व्यवस्था को लगा रहे पलिता
गाजीपुर।शिक्षा क्षेत्र मरदह में परिषदीय विद्यालय के शिक्षक योगी सरकार,बेसिक शिक्षा विभाग के अरमानों पर जहां पानी फेर रहे हैं।वहीं वर्तमान बीईओ द्वारा कराएं गये सभी उपलब्धियों व कार्यो को भी धूमिल करते हुए पलिता लगा रहे हैं।शिक्षकों के अन्दर सुधार नाम की कोई झलक भी देखने को नहीं मिल रही,चाहे लाख कोशिशें,कवायदे कर लें सरकार व संबधित विभाग,उसके बाद भी ब्लाक के शिक्षकों में कहीं कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा हैं।शासन के दिशा निर्देशों पर मिट्टी पलीता लगाते हुए उच्चधिकारियों के आंखों में धूल झोंकते नजर आ रहे।खंड शिक्षाधिकारी मरदह दिन हो या रात हर पल शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जुगत में जुटे हुए हैं।सभी विभागीय दिशा निर्देशों को धरातल पर पहुंचाने के बहुत सारे जतन व प्रयास में लगे हैं उसके बाद भी ऐसे महानुभाव (शिक्षक)शिक्षा व्यवस्था को बेपटरी करने हुए अप-डाउन में लगे हुए हैं।शुक्रवार को जब पत्रकारों की टीम सुबह प्राथमिक विद्यालय खजूरगांव 8.15 बजे पहुँची तो मेन गेट पर ताला लटकता मिला।वही गेट पर बैंग टांगकर कक्षा एक का छात्र अभिनव अपने गुरू जनों का इंतजार करता मिला। 8.20 बजे प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रधान चौहान पहुंचे उन्होंने गेट का ताला खोलकर अंदर प्रवेश किया। 8.25 बजे पर सहायक अध्यापिका रेखा श्रीवास्तव पहुंची,8.30 प्रियंका चौहान, 8.35 बजे चंदा चौहान, 8.40 बजे प्रेयर शुरू हुआ 9 बजे क्लास की प्रक्रिया शुरू की गयी।अब सवाल यह है कि इस विद्यालय पर चार जिम्मेदार अध्यापक के तैनाती के बाद भी यह स्थिति है तो यहां पर पंजीकृत 54 छात्र छात्राओं के
पठन-पाठन की स्थिति को समझा जा सकता है।बिना किसी आक्समिक कारण के ही इन सभी अध्यापकों का यह दिनचर्या बन गया।समय से विद्यालय नही पहुंचना और समय से पहले ही विद्यालय बंद कर रफ्फूचक्कर हो जाना।अगल-बगल व गांव के लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया की विद्यालय पर तैनात सभी शिक्षक कभी भी समय से विद्यालय नहीं पहुचतें और तो और इनके रसूख दारी के चलते इनके उपर कभी कोई कारवाई नहीं होती,कुछ अभिभावक ने बताया कि विभाग द्वारा चेंकिग की जाती है परन्तु कोई कारवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद है।विद्यालय में चारों तरफ गंदगी का अम्बार पसरा हुआ जो संचारी रोग अभियान को भी चोट पहुंचा रहा है।छात्र-छात्राओं को पूरे छःदिनों में दिए जाने वाले भोजन भी मनमाने ढंग से परोसा जा रहा।जो की सभी दिनों अलग-अलग खिलाने का मेन्यू निर्धारित है।विभागीय जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में सुबह 7.30 बजे विद्यालय का ताला खुल जाना चाहिए।8.15 बजे से क्लास शुरू हो जाना चाहिए। दोपहर दो बजे बच्चों की छुट्टी के बाद सभी अध्यापकों को 2.30 बजे तक उपस्थित रहना है। परन्तु ऐसा इस विद्यालय सहित प्रतिदिन दर्जनों विद्यालय समय से नहीं खुलते नही अध्यापक आते हैं।सैकड़ों विद्यालय के अध्यापक घड़ी की सुई देखते देखते दोपहर दो बजे तक किसी भी हालत में रफ्फूचक्कर हो जाते हैं।इस सबंध में खंड शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार यादव ने बताया कि मामला बहुत गंभीर है ऐसी लापरवाही क्षम्य नहीं,खबर की पुष्टि होने पर होगी कड़ी विभागीय कार्यवाही।