नसीरुद्दीनपुर गांव में ताजिया जुलूस के दौरान हुए विवाद में 6 लोगों को जेल भेजा गया
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी के सूझबूझ से बड़ा बवाल होने से बाल-बाल बचा
गाजीपुर।थाना मरदह क्षेत्र नसीरुद्दीनपुर गांव में बुधवार की रात ताजिया ले जाते समय जुलूस में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने रास्ते में पेड़ को क्षतिग्रस्त कर दिया।इसके अलावा बाउंड्री में जाने के दौरान रोकने पर जुलूस में शरारती तत्वों द्वारा मारपीट कर घायल कर दिया गया।जिससे एक घर के दो युवक और एक 60 वर्षीय महिला घायल हो गई।घटना की जानकारी मिलते ही कई थाने की पुलिस बल सहित जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए।घटना को लेकर बिगड़ते माहौल को देखते हुए पुलिस के अधिकारियों ने घायलों को अस्पताल भेजा और ताजिया को दफन कराया गया।मालूम हो नसीरुद्दीनपुर गांव में देर रात जुलूस लेकर गांव से निकल रहे थे की बिरनो थाना क्षेत्र के बिहरा गांव की ताजिया का मिलन हुआ उसके बाद दफन के लिए आगे बढ़े की।इसी दौरान जुलूस में शरारती तत्वों ने जामुन के पेड़ के दो टहनी काट दिया।आगे शीशम का पेड़ का टहनी काटकर तोड़ दिया।पेड़ के मालिक गांव निवासी राकेश पांडेय उर्फ पुकार मना करने लगे उसके बाद भी वह नहीं माने और जिस रास्ते से ताजिया का जुलूस जाता है।बल्कि शरारती कुछ लोग खेत में घुस गए और जाने लगे।मना करने पर पीड़ित को मारने-पीटने लगे।जब छोटा भाई आकाश पांडेय बचाने गया तो उससे भी मारपीट की।इस दौरान 60 वर्षीय पीड़ित की मां हंसराजी देवी जब गई तो शरारती तत्वों ने उसे भी धकेल दिया,जिससे वह चोटिल हो गई।दो समुदाय के बीच मामला बिगड़ता देख गांव में माहौल बिगड़ने लगा,जिसकी भनक पुलिस प्रशासन को लगते ही मरदह,कासीमाबाद,बिरनो थानों की पुलिस बल सहित जिले के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी,सीओ कासीमाबाद चोब सिंह आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए और मामलों को समझा-बुझाकर ताजिया के जुलूस को दफन के लिए ले गए।तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली।वहीं पीड़ित ने थाने में शरारती तत्वों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।थानाध्यक्ष धर्मेंद्र पांडेय ने बताया कि 6 नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।आरोपीयों में जसीम अहमद,फैजी उर्फ फहीम निवासी बिहरा थाना मरदह,व क्यूम हासमी,हलीम उर्फ सलीम,इस्माईल अंसारी,मोहम्मद तसौउर निवासी नसीरुद्दीनपुर को गिरफ्तार कर चालान कर दिया गया।गांव में माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है,सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात हैं।इनसेट : सूत्रों से मिली खबर के अनुसार ग्राम प्रधान सीताराम यादव ने आपसी भाईचारे का हवाला देकर मामला को काफी हद तक शांतिपूर्ण स्थिती में पहुंचा दिया था लेकिन घटना की जानकारी रात में फैलते ही मौके पर आक्रोशित बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के दर्जनों कार्यकर्ता मौके पर पहुंचकर कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़ गए जिसके बाद पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर चिन्हित आरोपियों के लिए जाल बिछा दिया तकरीबन तीन घंटे के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया।इस दौरान नसीरुद्दीनपुर गांव सहित पड़ोसी गांव पृथ्वीपुर,अविसहन,उच्चौर,बिहरा, बरेन्दा सहित कई अन्य गांवों में सुबह चार बजे तक भारी गहमागहमी की स्थिति बनी रही।लेकिन पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी की सूझबूझ से मामला को शांत कर लिया गया।जिसकी चर्चा पूरे जिले में जोर शोर से चल रही है।