ग़ाज़ीपुर
करदह कैथवली गांव में बन रहा अन्नपूर्णा भवन भ्रष्टाचार की जद् में
आपूर्ति विभाग बना मूकदर्शक जिम्मेदारी से मुख मोड़ रहा

गाजीपुर।कासीमाबाद तहसील क्षेत्र में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लगभग 9 लाख 50 हजार रुपए की लागत से बनने वाले अन्नपूर्णा भवन का निर्माण तय 1 वर्ष समय में पूर्ण ना होने से ग्रामीणों का भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।जिस कारण सरकारी राशन प्राप्त करे हेतु कोशों दूर कोटेदार के घर की बाट जोहनी पड़ रही है।मरदह ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत करदह कैथवली में धीमी गति से चल रहा अन्नपूर्णा भवन का निर्माण कार्य, जिसके निर्माण हेतु ग्राम पंचायत के मनरेगा वित्त से 8 लाख 15 हजार तो वहीं राज्य वित्त मद से 1 लाख 35 हजार खर्च करना है। लेकिन ग्राम प्रधान नन्हे गुप्ता का कहना है कि निर्माण के सापेक्ष धनराशि अभी उपलब्ध नहीं है जिस कारण भवन निर्माण अधर में लटका हुआ है।जानकारी के अनुसार जिले में अन्नपूर्णा भवन का निर्माण शासन के निर्देश पर खाद्य आपूर्ति विभाग ने किया था।ताकि राशन वितरण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाया जा सके।भवन के निर्माण का उद्देश्य था कि ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित किया जा सके और लाभार्थियों को समय पर राशन मिल सके।पर करदह कैथवली गांव में वर्षों बाद तक अन्नपूर्णा भवन संचालित नहीं पाया जिससे गांव के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।जहां कोटेदार के घर से लाइन लगाकर राशन लेना पड़ता है।गांव के संजय गुप्ता,सोनू गुप्ता,मुन्ना गुप्ता,गुलाब गुप्ता,राजेंद्र यादव,महेन्द्र यादव,मनिराम यादव,आदि ने बताया कि अन्नपूर्णा भवन के संचालन में काफी विलम्ब हो रहा है।राशन की दुकानों पर समय से राशन वितरण नहीं हो पा रहा है और कोटेदार अपने घर से राशन देने का कार्य कर रहे हैं।जिससे लाभार्थियों को राशन लेने के लिए कई बार आना जाना पड़ता है।भवन तैयार हो जाता तो एक निश्चित समय में राशन मिल जाता जिससे काफी सहूलियत मिलती।इस संबंध में जब पूर्ति निरीक्षक धीरेन्द्र त्रिपाठी से बातचीत की गई तो वह अपने जिम्मेदारी से मुख मोड़ते हुए अनभिज्ञता जताई तथा कहां की यह मामला विकासखंड कार्यालय का जब मनरेगा सेल के एपीओ विनय प्रकाश राय ने बात हुई तो उन्होंने सीधे इसका जिम्मेदार आपूर्ति विभाग को बताया।