ग़ाज़ीपुर
तार टूटकर गिरने से कभी भी इन स्कूलों में हो सकती बड़ी घटना
तार टूटकर गिरने से कभी भी इन स्कूलों में हो सकती बड़ी घटना
मरदह।ग्रीष्म कालीन अवकाश में भी 20 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से एचटी लाइन के तार नहीं हट पाए। बारिश में इन स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों के सिर पर करंट का खतरा मंडराएगा। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग बिजली विभाग से बार-बार लाइन शिफ्टिंगि का स्टीमेट मांग रहा है,लेकिन बिजली विभाग के कानों में जू नहीं रेंग रही। शायद बिजली विभाग किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है।कंपोजिट विद्यालय डोड़सर पर 11 हजार,तरौटी 440 बोल्ट,जरगो खास 11 हजार बोल्ट के बिजली तार दौड़ रहे हैं।वहीं दूसरी ओर उच्च प्राथमिक विद्यालय शाहपुर 440 बोल्ट,अरखपुर 11 हजार बोल्टेज,नसीरपुर डाड़ी 11 हजार बोल्टेज,मटेंहू 11 हजार व 440 बोल्ट बिजली दौड़ रही है।
वही हाल है प्राथमिक विद्यालय बरही हरिजन बस्ती के उपर से 11 हजार व 440 बोल्ट बिजली दौड़ रही है,दुर्खुर्शी 11 हजार बोल्टेज,डंडापुर 11 हजार बोल्टेज,मलिकनाथपुर 11 हजार व 440 बोल्टेज,नसरतपुर 11 हजार,बिजौरा द्वितीय 11 हजार व 440 बोल्टेज,डाडेवन 440 बोल्टेज,गोविन्दपुर प्रथम 440 बोल्ट,गोविन्दपुर कीरत द्वितीय 440 बोल्ट, रसूलाबाद 440 बोल्ट,पलिया 440 बोल्ट, रूक्कापुर बिहरा 440 बोल्ट,मड़ही 11 हजार बोल्टेज बिजली तार दौड़ रहे हैं।विद्यालय भवन के साथ पूरे परिसर में एचटी लाइन का जाल बिछा है।ट्रांसफार्मर भी बाउंड्री से सटा लगा है।इसकी झोंक विद्यालय परिसर के अंदर लगी है।विद्यालय समय में अगर कोई तार टूटकर गिर जाए,तो बड़ा हादसा हो सकता है।इसके बावजूद विभाग उदासीन है।इसके अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जो मरदह थाना के ठीक सामने है वहां भी भयावह स्थिति जहां 100 मीटर लम्बी चारदीवारी सहित मेन गेट पर जर्जर तारों का मकड़जाल फैला है जहां प्रतिदिन शार्ट सर्किट से तार टूटते रहते हैं।इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार यादव ने बताया कि इसके शिफ्टिंगि के लिए विभाग सहित बिजली निगम को पत्राचार किया गया।