
कासिमाबाद गाजीपुर।भारतीय जनता पार्टी बलिया लोकसभा का चुनाव भले ही हार चुकी हो लेकिन इस बार भाजपा के लिए कासीमाबाद ब्लाक में सुरवत के पूर्व प्रधान संतोष राय एक नई खोज साबित हुए।संतोष राय अपनी काबिलियत के दम पर मतदाताओं का रुख मोड़ने के लिए जाने जाते हैं,हालांकि श्री राय ने अपनी ग्राम सभा में अपने पक्ष का प्रधान बनाने के लिए एडी चोटी का जोर लगाते है,लेकिन 2015 में खुद चुनावी समर में उतरकर लगभग 400 वोटो से जीत दर्ज करके अपने राजनीति का लोहा मनवाया,इस बार के लोकसभा चुनाव में नीरज शेखर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे हालांकि श्री राय पहले से भी नीरज शेखर के काफी करीबी थे,हालांकि संतोष राय का गांव भारतीय जनता पार्टी के संगठन के अनुसार कासिमाबाद द्वितीय मंडल के क्षेत्र में पड़ता है। 2022 के चुनाव में भी श्री राय ने कालीचरण राजभर के लिए मेहनत करके अपनी ग्राम सभा में एक बड़ी बढ़त दिलाई थी।इस बार के चुनाव में श्री राय को पार्टी के अंदर ही काफी असंतोष का सामना करना पड़ा लेकिन फिर भी हिम्मत नहीं हारी और नीरज शेखर के लिए अपनी ग्राम सभा के साथ-साथ बगल की भी ग्राम सभाओं को काफी प्रभावित किया।इस दौरान आधा दर्जन नुक्कड़ सभा श्री राय के नेतृत्व में संपन्न हुए,बिंद बाहुल्य रामगढ़ ग्राम सभा में भी संतोष राय की मेहनत ने भाजपा को लाभ पहुंचाया और बिंद बाहुल्य बूथ पर भाजपा को बढ़त हासिल हुई।वही संतोष राय जिस समाज से आते हैं उस समाज में भी भाजपा को लेकर विरोध था लेकिन श्री राय ने उस विरोध को भी सुषमा शेखर के माध्यम से दूर करके मतदाताओं का रुख भाजपा के तरफ मोड़ने में कामयाब हासिल किया।श्री राय के सराहनीय प्रयास के बाद भारतीय जनता पार्टी को आगामी जो पंचायत के चुनाव होने हैं उसमें काफी मदद मिलती दिख रही है,बैठकों का दौर और अपनी बातो से लोगो को अपने तरफ मोड़ने में संतोष राय को काफी महारत हासिल है।साथ ही गरीबों के लिए मदद के लिए भी हमेशा आगे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहते है।जिससे समाज के एक प्रभावी नेता की छवि बनती जा रही है जो आने वाले समय में भाजपा के लिए वरदान साबित हो सकता है।