पांच दिन से बिजली आपूर्ति बंद होने से आक्रोशित लोगों ने घेरा पावर हाउस तो कर्मचारी ताला बंद कर हुए फरार
पृथ्वीपुर पावर हाउस पर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया ग्रामीणों ने

मरदह गाजीपुर।पांच दिन से बिजली आपूर्ति बंद होने से आक्रोशित लोगों ने घेरा पावर हाउस तो कर्मचारी ताला बंद कर हुए फरार।मालूम हो कि क्षेत्र के पृथ्वीपुर पावर हाउस से विकासखंड के दो दर्जन से उपर गांवों को बिजली सप्लाई आपूर्ति की जाती है।जहां बीते बुधवार की रात को आई आंधी और पानी से टेक्निकल फाल्ट की वजह से बिजली गुल हो जो रविवार तक वापस नहीं लौटी तो क्षेत्र के लोग आग बबूला हो उठे और रविवार की शाम छः बजे दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पावर हाउस पहुंचकर बिजली विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल जमकर नारेबाजी करने लगे, जहां मौजूद कर्मचारी दरवाजे पर ताला बंद कर धीरे से फरार हो गया तो ग्रामीणों ने मुर्दाबाद सहित बिजली विभाग होश में आओं के नारे लगाने लगे जिससे अफरातफरी की स्थिति मच गई घंटों बाद विभागीय जेई के आश्वासन पर शांत हुए।
पांच दिन से बिजली गुल रहने से दो गांवों में मची रही हाहाकार,एक लाख से ऊपर की आबादी रही काफी प्रभावित।उमस भरी गर्मी में लोग पांच दिन बिजली को लेकर बिलबिलाते रहे। लेकिन किसी ने इसकी सूध नहीं लेने की जहमत नहीं उठाई तो जनता आक्रोशित हो उठी।पांच दिन विद्युत आपूर्ति ठप रहने से क्षेत्र के रानीपुर,बौरी,तिलाड़ी, श्रवणडीह,महमूदपुर,पारा, चौराबोझ,बिहरा,नसीरूद्दीनपुर, उच्चौर,बरेन्दा,हरहरी,सुलेमापुर,दुर्खुर्शी,फेफरा,महाहर धाम, कुचया,तेजपुरा,इंदौर मड़ही,धर्मपुरा,सराय मुबारक,पृथ्वीपुर, दसौली,झंगहा,भवानीपुर सहित सैकड़ों गांवों के घरों व दुकानों में बिजली उपकरण जहां शो पीस बन गये वही दूसरी ओर लोग चहलकदमी कर उमस भरी गर्मी में समय बिताने के लिए लोग विवश रहे।बिजली गुल रहने से हजारों घरों में जहां बिजली उपकरण शो पीस बने रहे।इस सबंध में बिजली निगम के जेई मिथिलेश यादव नेबताया की एक दिन 33 हजार मेन सप्लाई ब्रेक डाउन में रही,बाकी समय पावर हाउस पर पांच केबीए का टांसफार्मर जल जाने के कारण आपूर्ति बाधित थी जो अब सही कर आपूर्ति दी गई।इस मौके पर प्रदर्शन करने वालों में जिला पंचायत सदस्य शैलेश यादव, जयप्रकाश यादव,रामनारायण यादव,विनय,प्रमोद कुशवाहा, सुबब्चन राजभर,अनीश,शेषनाथ,अमरनाथ सिंह,भोला,रवि विश्वकर्मा,ओमप्रकाश,कामरान,रतनलाल विश्वकर्मा,गुड्डू यादव,सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।