पांच वर्षों से बंद पशु सेवा केन्द्र बिहरा,पशुपालक परेशान
नहीं लें रहे इसकी सूध गमछा लगाने वाले नेता व एसी में बैठने वाले अधिकारी

मरदह गाजीपुर।पशु सेवा केन्द्र बिहरा बंद पशुपालको को चिकित्सकीय सुविधा मयस्यर नहीं।पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही है।चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पशु अस्पताल एवं पशु सेवा केन्द्रों की स्थापना की गई है लेकिन सुविधाओं के अभाव में पशुपालकों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है।विकासखंड के बिहरा गांव स्थित पशु सेवा केन्द्र पशुपालकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 1988 में स्थापित किया गया।जो शुरू से ही किराए के मकान में संचालित होता चला आ रहा था।जहां तैनात पशुधन प्रसार अधिकारी के सेवानिवृत्त होने के उपरांत इसके करीब पांच वर्ष से अधिक समय से बन्द होने के कारण बिहरा, चौराबोझ, गुलालसराय, बीरबलपुर, पारा, अरखपुर, भवरहां, रसूलाबाद, पाण्डेयपुर राधे, सहित दर्जनों गावों के पशुपालकों को पशु चिकित्सा सुविधा मयस्सर नहीं हो पा रही है।ग्रामीण अवधेश राजभर, रमेश सिंह,बृजेश सिंह,रविकांत रावत,संदीप सिंह,आफताब, विनोद,मूलचंद, गौरीशंकर,बदन,जगरूप, रामप्रसाद,प्रदीप,ने बताया कि मजबूर हो कर करीब दस किलो मीटर दूर बिरनो ब्लाक पशु अस्पताल या मरदह पशु अस्पताल जाना पड़ता है। कई पशुपालक प्राइवेट चिकित्सक से उपचार कराने को बाध्य है जिससे उन्हें आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ता है।इस सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविन्द कुमार शाही ने बताया कि मामले जांच पड़ताल कर समस्या समाधान किया जाएगा।