कारगिल अमर शहीद शेषनाथ यादव के बलिदान को गाजीपुर हमेशा याद रखेगा
शहीद कभी मरता नहीं लोगो के दिलो में आज भी जिंदा है अमर शेषनाथ यादव
नन्दगंज गाजीपुर।गाज़ीपुर की शहीदी धरती के वीर सपूत कारगिल शहीद शेषनाथ यादव की 26वीं पुण्यतिथि पर आज शनिवार को अमर शेषनाथ इण्डेन सर्विस धरवा , नन्दगंज के समक्ष उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि व श्रद्धांजलि के आयोजन पर कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय कुमार वरिष्ठ पत्रकार मुख्यातिथि श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री त्रिवेणी दास महाराज विशिष्ठ अतिथि गजाधर शर्मा गंगेश व यादव महासभा के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव उपस्थित थे इस कार्यक्रम की सयोंजक शहीद शेषनाथ यादव की धर्मपत्नि सरोज यादव आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए सबके साथ शहीद प्रतिमा पर माला पहनाकर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहाँ की ये समय मेरे लिए भावुकता भरा है पर आप सबने मेरी ताकत बनकर मेरे को हर पल हौसला दिया जिसके कारण आज मैं आप सबके सामने बोल पा रही हूँ विशिष्ठ अतिथि गंगेश शर्मा ने शहीद शेषनाथ की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अमर शेषनाथ एक होनहार ईमानदार विद्यार्थियों में से थे कार्यक्रम के अध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम में बिना निमंत्रण का जाना चाहिए और ऐसे कार्यक्रम से अगली पीढ़ी को सिख मिलती है अपने पूर्वज को बच्चों को याद रहता है।
यादव महासभा गाजीपुर के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा कि ये मेरे परिवार के लिए बहुत ही गौरव की बात है की मेरा परिवार का योगदान देश के लिए शहादत दी सुजीत कुमार ने बताया कि मेरे अमर शेषनाथ हमारे चाचा थे अमर शहीद शेषनाथ यादव अपने जवानी भरा वक्त देश को सौप दिया इनकी बीरता और शहादत को गाजीपुर आजीवन याद रखेगा इस अवसर पर जरूरत मन्द बहनों माताओ को साड़ी भेंट परिवार जनों ने किया और सरोज यादव ने संकल्प लिया कि जरूरत मन्दों को हमेशा जनसहयोग जो बन पड़ेगा हमेशा करती रहूंगी।इस अवसर पर पूर्व डीआईजी बलिकरन यादव जी , भाजपा नेता, सपा नेता राजेश यादव , सदर ब्लॉक प्रधान संघ के अध्यक्ष रामज्ञान सिंह यादव , यादव महासभा के प्रवक्ता संग्राम यादव महासचिव प्रवीण यादव करैला के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि अजय यादव , यादव महासभा के संरक्षक हरिद्वार यादव ,सनफ्लावर स्कूल के प्रबंधक हीरा लाल यादव ,और गोरख नाथ यादव , सपा नेता भरत यादव, रामविजय यादव, बलिस्टर यादव, सिंहासन यादव ,अजय प्रताप काशी नाथ यादव आदि लोग उपस्थित थे