जांच करने गये गये एडि.सीएमओ हास्पिटल के खिलाफ नोटिस भी जारी कर चुके हैं
जे.के.मेमोरियल हास्पिटल का लाइसेंस,फायर,एनओसी व बायो वेस्ट भी नही
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत से जुड़ा जे.के.मेमोरियल हास्पिटल का लाइसेंस,फायर,एनओसी व बायो वेस्ट भी नही
दिलदारनगर गाजीपुर।भीषण गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए शासन की तरफ से जारी एडवाइजरी में हास्पिटलों की फायर एनओसी की जांच में कुछ ही दिनों पूर्व गये एडि.सीएमओ द्वारा कई हास्पिटलों की जांच की गयी।जिसमे जे.के.मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट मानक के अनुरूप प्रपत्र न होने पर नोटिस जारी कर दिए थे।लेकिन हास्पिटल धड़ल्ले से संचालित हो रहा है।नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे ऐसे प्राइवेट अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल सीएमओ डा.राम कुमार मय पूरी टीम के साथ कई हास्पिटलों का निरीक्षण किया।जिस दौरान दिलदारनगर बाजार स्थित जे.के.मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के संचालक न तो अग्निशमन/फायर की एनओसी दिखा सके और न ही मेडिकल बायो वेस्ट की।इतना ही नही हास्पिटल में तमाम खामिया मिली।अस्पताल में डॉक्टर,फर्मासिस्ट सहित कोई सपोर्टिव स्टाफ नही मौजूद मिला। वही आयुष्मान भारत से यह अस्पताल जुडा है।भीषण गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए शासन द्वारा हास्पिटलों की फायर एनओसी की जांच के दौरान मानक में पायी गयी कमियों के सम्बन्ध में सम्बन्धित को निर्देशित कर कार्यवायी किया जाय।ताकि कोई अनहोनी न हो सके।इसके साथ ही साथ आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षित पलायन मार्ग,स्थल की क्षमता से अधिक व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाय। एडिशनल सीएमओ द्वारा संचालक से इन सब कागजातों के बारे में पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला।सब गोल मोल घुमाती रही।मौके पर नही कोई डा.मिला और न ही किसी रजि.डा.या मेडिकल स्टाफ की की डिग्री अस्पताल संचालक दिखा सके। अब देखना यह है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत से जुड़ा इस हॉस्पिटल के ऊपर विभाग कोई कार्रवाई करता है या मेहरबान होता है।सूत्रों की मानें तो हॉस्पिटल संचालिका की पहुंच मिनिस्ट्रियल स्तर तक इतनी ऊंची है कि इस अस्पताल के ऊपर कोई कार्रवाई करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाता है।